हिंदी दिवस के पूर्व अवसर पर राजकीय महाविद्यालय रिड़कमार में रंगारंग समारोह, भाषा के गौरव को किया गया समर्पित
शाहपुर – नितिश पठानियां
हिंदी दिवस के पावन अवसर पर आज राजकीय महाविद्यालय रिड़कमार में हिंदी भाषा के संवर्धन, संरक्षण और समृद्धि को समर्पित एक भव्य उत्सव का आयोजन किया गया। यह आयोजन विद्यार्थियों और शिक्षकों द्वारा बड़े उत्साह एवं गरिमा के साथ संपन्न किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. मनोज कुमार ने की। उन्होंने कहा कि हिंदी न केवल हमारी मातृभाषा है, बल्कि यह हमारी संस्कृति, परंपरा और राष्ट्रीय पहचान का प्रतीक है।
उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे हिंदी के प्रचार-प्रसार में अपनी भूमिका को गर्व से निभाएं। उन्होंने कहा, “हिंदी हमारी आत्मा की अभिव्यक्ति है, इसे संरक्षित करना हमारा कर्तव्य है।”
कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग की प्राध्यापिका डॉ. आशा मिश्रा ने बखूबी किया। उन्होंने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों में हिंदी भाषा के प्रति जागरूकता और प्रेम को उत्पन्न करना है।
इस प्रेरणादायक कार्यक्रम में विविध प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं, जिनमें निबंध लेखन, काव्य पाठ, भाषण प्रतियोगिता और प्रश्नोत्तरी प्रमुख रूप से शामिल रहीं। विद्यार्थियों ने प्रतिभा, सृजनात्मकता और उत्साह का परिचय देते हुए हिंदी भाषा की सुंदरता को अभिव्यक्त किया।
📊 प्रतियोगिता परिणाम:
- निबंध लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर रेखा देवी (बी.ए. द्वितीय वर्ष), द्वितीय स्थान पर कल्पना (बी.ए. द्वितीय वर्ष), तथा तृतीय स्थान पर ईशा शर्मा (बी.ए. द्वितीय वर्ष) रहीं।
- काव्य पाठ प्रतियोगिता में अवंतिका (बी.ए. द्वितीय वर्ष) प्रथम स्थान पर रहीं, सकीना देवी (बी.ए. द्वितीय वर्ष) द्वितीय और शिल्पा देवी (बी.ए. द्वितीय वर्ष) तृतीय स्थान पर रही।
- भाषण प्रतियोगिता में सुहानी (बी.ए. द्वितीय वर्ष) प्रथम, अवंतिका (बी.ए. द्वितीय वर्ष) द्वितीय और कल्पना (बी.ए. द्वितीय वर्ष) तृतीय स्थान पर रहीं।
- प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में पंत टीम (सकीना देवी, आरती चौहान, शिक्षा कुमारी) ने पहला स्थान प्राप्त किया। महादेवी टीम (साक्षी, प्रियंका, निताशा) ने दूसरा स्थान और प्रसाद टीम (राजीव, अक्षय, अर्चना) ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम के समापन पर प्रो. मनोज कुमार ने विजयी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे हिंदी को आत्मसात करें और इसे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ाने का प्रयास करें।
उन्होंने कहा, “हिंदी हमारी संस्कृति की आत्मा है। इसे संरक्षित करना, विकसित करना और इसका प्रचार-प्रसार करना हम सभी भारतीयों की ज़िम्मेदारी है।”
इस गर्वपूर्ण अवसर पर प्रो. हाकम चंद, प्रो. भूपिंद्र सिंह, नरेश व वेद भूषण जी ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ाया।
महाविद्यालय प्रशासन द्वारा हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार हेतु इस आयोजन को अत्यंत सफल और सार्थक बताया गया। कार्यक्रम का समापन सकारात्मक संदेश के साथ हुआ कि हिंदी का संरक्षण राष्ट्रीय गौरव और उत्तरदायित्व है