करतारपुर, भूपिंद्र सिंह राजू
स्नैचिंग के आरोप में देर रात करीब डेढ़ से 2 बजे करतारपुर पुलिस थाने में बंद एक युवक ने चादर फाड़कर उसकी कतरों से रस्सी बनाकर जेल की ग्रिल से फंदा लगाकर अज्ञात परिस्थितियों में आत्महत्या कर ली। यह घटना पुलिस थाने में लगे सी.सी.टी.वी. पर भी कैद हो गई है परंतु इस मामले में पुलिस प्रशासन की लापरवाही खुल कर सामने आई है, जिसके कारण संबंधित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मृतक के परिजनों ने आज सुबह से ही करतारपुर थाने के सामने धरना प्रदर्शन किया।
वहीं पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में लापरवाह एडिशनल एस.एच.ओ., ए.एस.आई. सहित 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।जानकारी के अनुसार गांव मदोवाली, पुलिस स्टेशन सुभानपुर के रहने वाले मोहन लाल के बेटे जतिंदर सिंह मिंटू उर्फ काला को 17 अप्रैल की सुबह 6 बजे करतारपुर पुलिस ने एक मामले के सिलसिले में थाने लेकर आई और बाद में उसे अदालत में पेश किया था, जहां से जतिंदर सिंह को कोर्ट ने गुरदासपुर जेल भेजा जाना था।
इस संबंधी जानकारी देते डी.एस.पी. सुखपाल सिंह ने कहा कि जतिंदर सिंह और दो साथियों के खिलाफ 13 दिसम्बर को करतारपुर में मोबाइल छीनने का मामला दर्ज किया गया था, जिसमें जतिंदर सिंह को पकड़ लिया गया था और अन्य दो फरार हो गए थे। इसके बाद जनवरी में जतिन्द्र सिंह को जमानत पर रिहा कर दिया गया था। इस दौरान गत 23 मार्च को जतिंदर के भाई साजन और एक अन्य साथी लखविंदर सिंह को 23 सितंबर, 2020 को दर्ज दो मामलों जिसमें एक मोबाइल स्नैचिंग और दूसरा पर्स स्नैचिंग का था, के अंतगर्त गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में दोनों ने जतिन्द्र सिंह को भी अपना साथी बताया जिसके चलते पुलिस ने गत दिवस सुबह जतिन्द्र सिंह को थाने लाकर दोनों मामलों में उसे भी अदालत में पेश किया।दूसरी ओर थाने के समक्ष धरने पर बैठे मृतक जतिंदर सिंह की मां अमरजीत कौर और पिता मोहन लाल ने कहा कि उनके बेटे जतिंदर सिंह को करतारपुर पुलिस शनिवार सुबह 6 बजे घर से जबरदस्ती ले गई और उनके बेटे को कथित रूप से प्रताड़ित किया गया।
पुलिस ने उसके विरुद्ध दर्ज मामलों में रियायत देने के नाम पर हजारों रुपए की रिश्वत भी मांगी थी और जब वे रात को अपने बेटे को खाना देने के लिए थाने आए थे तो उनसे भी पैसे की मांग की गई थी। इसी के चलते बेटे को प्रताड़ित किया गया जिसके चलते उसने आत्महत्या की है।पीड़ित परिवार और गांव वासियों के साथ विरोध में शामिल हुए पेंडू मजदूर यूनियन और भारत नौजवान सभा के नेताओं ने भी दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
उधर, मामले की जांच करने आए एस.पी. (डी.) मनप्रीत सिंह ढिल्लों और डी.एस.पी. हैडक्वार्टर सुरिंदरपाल सिंह ने कहा कि मामले की न्यायिक जांच शुरू कर दी गई है और माननीय न्यायाधीश द्वारा की जाने वाली जांच की रिपोर्ट पर ही अगली कार्रवाई की जाएगी।
प्राथमिक जांच में रात में ड्यूटी अधिकारी एडिशनल एस.एच.ओ. आत्मजीत सिंह, ए.एस.आई. रेशम सिंह, मुंशी बीर दविंदर सिंह और संतरी बलविंदर सिंह को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जज अमनदीप कौर की देखरेख में मृतक जतिंदर सिंह का पोस्टमार्टम 5 सदस्यों की डाक्टरों की टीम द्वारा किया जा रहा था।