हमीरपुर, व्यूरो
हमीरपुर में सीटू के बैनर तले सैकड़ों की तादाद में मजदूर यूनियन के सदस्यों द्वारा रैली निकाली गई। इस दौरान केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। सीटू के राष्ट्रीय सचिव कश्मीर सिंह ठाकुर ने कहा केंद्र सरकार ने मनरेगा के बजट 41 प्रतिशत कटौती की है। केंद्र और प्रदेश सरकार ने श्रम कानूनों में बदलाव कर दिए हैं, जो कि सभी मजदूर विरोधी है।
देश में स्थिति ऐसी हो गई है कि मजदूरों की हालत बंधुओं की तरह हो चुकी है। मजदूरों को अपनी बात रखने पर सजा का प्रावधान किया है। क्योंकि मजदूर अपनी बात मनवाने के लिए हड़ताल नहीं कर सकता ऐसी स्थिति देश में उत्पन हो गई है। जिसका सीटू पूरी तरह से विरोध करता है। कश्मीर सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेस कल्याण श्रम बोर्ड के चैयरमेन विक्रम सिंह है, जो कि बोर्ड में सुधार करने में असफल सिद्ध हुए हैं।
पिछले तीन सालों से मजदूरों को साइकिल व अन्य वस्तुओं के लाभ मिलने है। उन्हें उनसे वंचित रखा गया है। वहीं उन्होंने कहा कि कोरोना काल में मजदूरों को साढ़े 7 हजार रुपये दो। लेकिन कल्याण बोर्ड द्वारा दो हजार रुपये दिए गए। हमीरपुर जिला के लगभग चार हजार से अधिक मजदूरों को अभी तक पैसा नहीं पहुंचा है।
लेकिन सरकार की ओर से इस तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वहीं कश्मीर सिंह ठाकुर ने कहा 17 मार्च को मजदूर हजारों की तदाद में शिमला पहुंचकर विधनसभा का घेराव करेंगें और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेगे। उन्हें सरकार से मांग की है कि मजदूरों के सामान को वितरित किया जाए। उन्होंने कहा जो कोरोना काल में मजदूरों का पैसा जारी नहीं किया है उसे तुरंत सरकार जारी करे। उन्होंने कहा कि विधानसभा घेराव करने के लिए हमीरपुर से 1 हजार कार्यकर्ता शिमला जाएंगे।