हिमखबर डेस्क
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला निवासी वाइस एडमिरल संजय वात्स्यायन ने 1 अगस्त को भारतीय नौसेना के 47वें उप नौसेना प्रमुख (Vice Chief of Naval Staff – VCNS) के रूप में पदभार ग्रहण किया।
पदभार ग्रहण करने से पूर्व उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर देश के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उनका यह पदभार ग्रहण न केवल हमीरपुर बल्कि समूचे हिमाचल प्रदेश और देशवासियों के लिए गर्व का विषय है।
हीरानगर, हमीरपुर के मूल निवासी वाइस एडमिरल संजय वात्स्यायन को 1 जनवरी 1988 को भारतीय नौसेना में कमीशन किया गया था।
उन्होंने अपने तीन दशकों से अधिक के शानदार नौसेना करियर के दौरान अनेक महत्वपूर्ण और रणनीतिक जिम्मेदारियाँ निभाई हैं। उन्हें विशिष्ट सेवा मेडल (AVSM) और नौ सेना मेडल (NM) से भी सम्मानित किया जा चुका है।
वाइस एडमिरल वात्स्यायन ने अपने सैन्य जीवन में आईएनएस विभूति, आईएनएस नाशक और आईएनएस सह्याद्री जैसे अग्रिम पंक्ति के युद्धपोतों की सफलतापूर्वक कमान संभाली है।
इसके अलावा वे पूर्वी बेड़े के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग के रूप में कार्य करते हुए अनेक महत्वपूर्ण सैन्य अभ्यासों और अभियानों का संचालन कर चुके हैं।
उन्होंने न केवल संचालनात्मक बल्कि नीति-निर्धारण के स्तर पर भी नौसेना को नई दिशा देने में योगदान दिया है। वे संयुक्त निदेशक (कार्मिक), नौसेना योजना निदेशक और मुख्य निदेशक (नौसेना योजना) जैसे अहम पदों पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
उनकी नियुक्ति एक ऐसे समय में हुई है जब भारतीय नौसेना विश्व की प्रमुख समुद्री ताकतों में से एक बनने की ओर अग्रसर है और उनकी रणनीतिक सोच और नेतृत्व क्षमता इससे जुड़ी योजनाओं में निर्णायक भूमिका निभाएगी। अपने व्यक्तिगत जीवन में वे पत्नी सरिता वात्स्यायन और दो बच्चों के साथ रहते हैं।
उन्होंने अपने परिवार को अपनी सफलता का आधार बताया और कहा कि उनके बिना यह यात्रा संभव नहीं थी। संजय वात्स्यायन की यह उपलब्धि हिमाचल प्रदेश के युवाओं के लिए एक प्रेरणा है, जो देशसेवा का सपना देखते हैं।