कुल्लू – हिमखबर डेस्क
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की खराहल घाटी की निवासी नीता देवी ने नई दिल्ली में 13 से 19 जनवरी 2025 तक आयोजित पहले खो-खो विश्व कप में भारतीय महिला टीम का प्रतिनिधित्व किया। उनकी इस उपलब्धि पर कुल्लू के विधायक सुन्दर सिंह ठाकुर ने कॉलेज चौक में कुल्लू की बेटी का भव्य स्वागत किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रदेश में खेलों और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए यात्रा भत्ता और डाईट मनी में कई गुणा बढ़ोतरी की है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु ने सभी खिलाडियों जो राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर आते हैं उनके लिए प्रोत्साहन राशि एवं नौकरी या अन्य सुविधाओं में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रखी है। प्रदेश सरकार खेलों के विकास के लिए गंभीर है और आगे भी आवश्यक कदम उठाएंगे।”
उन्होंने कुल्लू की जनता की और से नीता राणा के साथ-साथ उनके माता-पिता, गुरुजनों और प्रशिक्षकों को बधाई दी और गर्व व्यक्त किया।
नीता ने अपने खेल जीवन की शुरुआत 2014 में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला खराहल से की थी और तब से अब तक 13 राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग ले चुकी हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार, विशेषकर अपने बड़े भाई को दिया, जो स्वयं भी खो-खो खिलाड़ी रहे हैं।
प्रशिक्षण के लिए नीता को पंजाब का रुख करना पड़ा, क्योंकि प्रदेश में उन्हें आवश्यक सुविधाएं नहीं मिल पा रही थीं। उन्होंने प्रदेश में खो-खो को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
हिमाचल प्रदेश के खेल मंत्री ने नीता की इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा, “नीता ने प्रदेश का नाम रोशन किया है। हम उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं और प्रदेश में खो-खो के विकास के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।”
नीता की इस सफलता से प्रदेश के युवा खिलाड़ियों में नई ऊर्जा का संचार हुआ है, और उम्मीद है कि इससे हिमाचल प्रदेश में खो-खो खेल को नई दिशा मिलेगी।