शिमला – नितिश पठानियां
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कांगड़ा जिला को प्रदेश की पर्यटन राजधानी बनाने का ऐलान किया है। शुक्रवार को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2023-24 के वार्षिक बजट को पेश करते हुए मुख्यमंत्री ने इसकी घोषणा की।
सुखविंद्र सिंह सुक्खू मंत्रिमंडल में कांगड़ा जिला की अनदेखी हुई थी। इसको लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे थे। सीएम ने पर्यटन राजधानी की घोषणा कर बड़ा राजनीतिक मास्टर स्ट्रोक खेला है।
पूर्व में कांग्रेस सरकार थी तब तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने धर्मशाला को दूसरी राजधानी बनाने का ऐलान किया था। इसके बाद इसकी अधिकारिक अधिसूचना भी जारी की गई थी। हालांकि सत्ता परिवर्तन के बाद इस पर ज्यादा काम नहीं हो सका था।
कांगड़ा बनेगी पर्यटन राजधानी, ये सुविधाएं मिलेगी
- कांगड़ा जिला को हिमाचल प्रदेश की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित किया जाएगा।
- इसके तहत अंतरराष्ट्रीय मानकों पर गोल्फ कोर्स का निर्माण किया जाएगा।
- स्थानीय कला एवं संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए पर्यटक ग्राम की स्थापना की जाएगी।
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए ओल्ड एज होम विकसित किए जाएंगे।
- आइस स्केटिंग व रोलर स्केटिंग रिंक का निर्माण होगा।
- पौंग डैम में जल क्रीड़ा, शिकारा, क्रूज, यॉट इत्यादि की व्यवस्था की जाएगी।
- बनखंडी में 300 करोड़ रुपये की लागत से चिड़ियाघर का निर्माण होगा।
- एडीबी के माध्यम से 1,311 करोड़ रुपये की लागत से पर्यटन विकास योजना के तहत कांगड़ा, हमीरपुर, कुल्लू, शिमला, मंडी सहित अन्य जिलों में हेरिटेज साइट के सौंदर्यीकरण, इको टूरिज्म व पर्यटन सुविधाओं के लिए कार्ययोजना बनाई जाएगी।
- प्रदेश के युवाओं को पर्यटन व आतिथ्य क्षेत्र में कौशल विकास के लिए वाकनाघाट में 68 करोड़ रुपये से उत्कृष्ट केंद्र के निर्माण कार्य को पूरा किया जाएगा।