ऊना – अमित शर्मा
मुख्यालय से सटे रक्कड़ कॉलोनी के रहने वाले पूर्व सैनिक ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु देने की मांग की है। पूर्व सैनिक पिछले 5 साल से कैंसर से पीड़ित है, जिसका इलाज पंजाब के मोहाली स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
पूर्व सैनिक का आरोप है कि पिछले वर्ष जुलाई के बाद इलाज के लिए कोई भी पैसा ईसीएचएस के माध्यम से नहीं मिला है। इतना ही नहीं, प्रताडऩा का शिकार पूर्व सैनिक रवि कांत शर्मा कई बार इस मामले की शिकायत मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस के साथ-साथ प्रधानमंत्री कार्यालय से भी उठा चुके है। लेकिन शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं हुई, जिसके चलते अब तंग आकर इच्छामृत्यु की मांग की है।
पूर्व सैनिक रविकांत ने कहा कि अफसरशाही की शिकायत 14 दिसंबर 2021 को मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस और 17 जनवरी 2022 को पीएमओ को भी कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि शिकायतों को पंजाब के जालंधर क्षेत्र कर्नल रैंक के एक अधिकारी को भेजा जा रहा है, लेकिन कोई जवाब नहीं आ रहा।
रविकांत ने कहा कि पिछले वर्ष जुलाई में तबीयत अचानक खराब हो जाने के चलते धर्मपत्नी ने मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया था। जहां 4 दिन रखे जाने के बाद डिस्चार्ज किया गया।
इसके कुछ दिन के बाद फिर से तबीयत खराब होने के कारण दोबारा अस्पताल भर्ती हुए, जिसके बाद उनका 28 जुलाई को ऑपरेशन किया गया।
अस्पताल में भर्ती किए जाने और ऑपरेशन के दोनों बिल क्लेम किए थे। लेकिन मेडिकल बिलों को बार-बार आपत्ति लगाकर वापस भेजा जा रहा है। अधिकारियों की तरफ से यह कहा गया कि आप इमरजेंसी में भर्ती होने का सर्टिफिकेट लेकर आइए।
रविकांत शर्मा ने इमरजेंसी में भर्ती होने का सर्टिफिकेट भी ईसीएचएस में जमा करवा दिया, लेकिन उसे रिजेक्ट करते हुए नए सिरे से सर्टिफिकेट बनाने की बात कही गई।
रविकांत शर्मा ने कहा कि मैं जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा हूं, लेकिन अधिकारी उन्हें बार-बार उलझा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2021 के बाद से किसी भी दवा का कोई भी क्लेम ईसीएचएस के माध्यम से नहीं मिला है। जबकि वर्तमान परिस्थितियों में उनकी दवाओं का खर्च प्रति माह 10 हज़ार रुपये है।
रविकांत शर्मा ने राष्ट्रपति से गुहार लगाई है कि वह या तो मदद करें या फिर “इच्छा मृत्यु” देने की कृपा करें।

