शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी गौरव सिंह सोलन जिले के नए एसपी होंगे. सोमवार देर शाम को प्रदेश सरकार ने गौरव सिंह को सोलन जिले का एसपी बनाने के आदेश दिए.
2013 बैच के आईपीएस ऑफिसर गौरव सिंह इससे पहले, शिमला में विजिलेंस मुख्यालय में बतौर एसपी तैनात थे. गौरव सिंह की सख्त कार्यप्रणाली की वजह से उन्हें सिंघम भी कहा जाता है.
दरअसल, आईपीएस गौरव सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश से हैं. वह उस वक्त चर्चा में आए थे, जब बद्दी में बतौर एसपी थे. इस दौरान उन्होंने माइनिंग माफिया की कमर तोड़ दी थी. 177 केस दर्ज किए थे और 26 लाख से अधिक जुर्माना लगाया था. इसके बाद से उनकी गिनती सख्त अधिकारियों में होने लगी.
गौरव का जन्म 1 जुलाई 1990 को उत्तर प्रदेश के आगरा में हुआ. उनके पिता का नाम बी. सिंह और मां का नाम किरण देवी है. गौरव सिंह कुल्लू, शिमला, बद्दी और कांगड़ा में एएसपी रहे हैं.
एसपी गौरव सिंह को 2015 में शिमला के बालूगंज में ब्लाइंड मर्डर केस को सॉल्व करने के लिए 30 जून 2017 में तत्कालीन डीजीपी संजय कुमार ने डीजीपी डिस्क आवार्ड से सम्मानित किया था.
कुल्लू में हुआ विवाद
जून 2021 की बात है. हिमाचल में भाजपा की सरकार थी. गौरव सिंह कुल्लू के एसपी थे. इस दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कुल्लू दौरे पर पहुंचे. यहां पर सीएम जयराम ठाकुर भी उनके साथ थे.
जब भुंतर हवाई अड्डे के बाहर से गडकरी का काफिला गुजर रहा था तो वहां पर कीरतपुर-मनाली फोरलेन के प्रभावित एकजुट हुए और वे केंद्रीय मंत्री से बात करना चाहते थे.
गडकरी ने भी गाड़ी रोकर प्रभावितों से बात की और आश्वासन दिया कि वह मामले में उचित समाधान निकालेंगे. इस बात पर तत्कालीन सीएम जयराम ठाकुर नाराज हो गए थे.
सीएम सिक्योरिटी इंचार्ज से हुई भिड़ंत
इससे पहले जैसे ही कुल्लू में जैसे ही सीएम जयराम ठाकुर का हेलिकॉप्टर लैंड हुआ था तो एएसपी ब्रजेश सूद ने मैदान में धूल-मिट्टी को लेकर एसपी से बहस की थी. बाद में जयराम ठाकुर ने सिक्योरिटी इंचार्ज से नाराजगी जाहिर की कि फोरलेन प्रभावित यहां कैसे आ गए.
इसी बात पर एएसपी ब्रजेश सूद और एसपी गौरव सिंह में बहस हुई थी. बाद में कुल्लू एसपी गौरव सिंह ने उन्हें थप्पड जड़ दिया और इसी क्रम में सीएम के पीएसओ बलबंत सिंह ने एसपी को दो बार लात मारी थी. मामले ने काफी सुर्खियां बटौरी थी.