रक्कड़ का बाग/ शाहपुर, नितीश पठानियां
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीन चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध करवाने के लिए उनके कौशल विकास पर विशेष बल दे रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ युवाओं में हाथ का हुनर होना बहुत आवश्यक है। प्रदेश सरकार ने युवाओं के कौशल विकास के लिए 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। सरवीन चौधरी आज शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के रक्कड़ का बाग में छिंज मेले के समापन अवसर पर उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए बोल रहीं थी।
उन्होंने कहा कि शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न पेयजल योजनाओं के सुधारीकरण और विस्तारीकरण के लिए जल जीवन मिशन-दो के अन्तर्गत 438 लाख रुपये खर्च किये जाएंगे। जिसमें पेयजल योजना डढ़म्ब-धनोटू के 231 छूटे हुए घरों को जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर में नल लगवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 4 लाख रुपये से निर्मित सामुदायिक केन्द्र शीतला माता मंदिर डढम्ब का कार्य पूरा कर लिया गया है। एक लाख रुपये से चम्बी खड्ड में पैदल पुली की मुरम्मत का कार्य पूरा कर लिया गया है। 3 लाख रुपये से निर्मित होने वाले महिला मंडल भवन ठारु का कार्य आबंटित कर दिया गया हैं 10 लाख रुपये से चम्बी-धर्मशाला रोड़ के सुधारीकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके अतिरिक्त 940.20 लाख से सम्पर्क मार्ग लालेटा से वानू महादेव में चम्बी खड्ड में पुल निर्माण का मामला विधायक प्राथमिकता में डाला गया है और मामला उच्च अधिकारियों को आगामी कार्रवाई हेतु भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि 2 लाख रुपए महिला मण्डल भवन टुन्डू की मरम्मत का कार्य आबंटित कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि कम वोल्टेज की समस्या से निजात दिलाने के लिए 5 लाख रुपए की लागत से 250 के.वी का ट्रॉसफार्मर स्थापित किया गया है तथा 5 लाख रुपए की लागत से नई एलटी लाइन बनाई गई है। इसके अतिरिक्त नया विद्युत उपमण्डल कार्यालय खोलने पर 40 लाख रुपए खर्च किए गए हैं।
कहा.
मेलों और त्योहारों में प्राचीन संस्कृति की दिखती है झलक
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में मेले, त्यौहार और पर्व अपनी एक विशेष पहचान रखते हैं। हिमाचल में मनाए जाने वाले अधिकतर मेलों और त्योहारों में प्राचीन संस्कृति की झलक दिखती है और साथ ही आपसी प्रेम और भाई-चारे की महक भी इन मेलों से मिलती है। हिमाचल में अलग-अलग समय में कई जगह मेले लगते रहते हैं उनमें से ही छिंज मेले यानी दंगल हिमाचल में काफी लोकप्रिय हैं। हिमाचल के छिंज मेले लोगों का भरपूर मनोरंजन करते हैं और साथ ही लोगों को तन्दरूस्त रहने का भी संदेश देते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक परम्परा के साथ हमारा समृद्ध इतिहास जुड़ा है। हम सबका दायित्व बनता है कि इन परंपरागत उत्सवों का आयोजन कर आने वाली पीढ़ी को इनके महत्व की जानकारी उपलब्ध करवाई जाए।
महिला कल्याण और सशक्तिकरण की दिशा में चलाई गई हैं कई योजनाएं
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने महिला कल्याण और सशक्तिकरण की दिशा में कई योजनाएं चलाई हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस बजट में ‘‘स्वर्ण जयंती नारी सम्बल योजना’’ आरंभ की है, जिसमें 65 से 69 वर्ष आयु की वरिष्ठ महिलाओं को एक हजार रुपये सामाजिक पेंशन का प्रावधान किया है। उन्होंने बताया कि बीपीएल परिवार की दो लड़कियों तक अब 21 हजार ग्रांट डिपाजिट के रूप में देने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के अन्तर्गत लगभग तीन लाख परिवारों को अगले वित वर्ष में भी गैस का रिफिल निःशुल्क देने का प्रावधान बजट में किया गया है।
कोरोना से बचाव के लिए एहतियात बरतें लोग
सरवीन ने कहा कि कोरोना संक्रमण फिर तेज गति से फैल रहा है अतः सभी को एहतियात बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सभी लोग सार्वजनिक स्थलों पर मॉस्क का प्रयोग अवश्य करें, सामाजिक दूरी बनाए रखें, बार-बार अपने हाथ अच्छी तरह से धोते रहें तथा किसी भी प्रकार के बुखार, खांसी जुकाम इत्यादि के लक्षण होने पर तुरन्त स्वास्थ्य विभाग को सम्पर्क करें।
मेला कमेटी के प्रधान राजेश कुुमार तथा सदस्यों ने छिंज मेला में आने पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री का स्वागत किया व आभार जताया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने मेला कमेटी को 25 हजार रुपये और छिंज मेला स्टेज निर्माण के लिए 5 लाख रुपए देने की घोषणा की। इसके उपरांत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने छिंज मेले में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को नकद राशि देकर पुरस्कृत किया।
इस अवसर पर समिति अध्यक्ष विजय चौधरी, पंचायत समिति सदस्य पुन्नू राम, प्रधान रक्कड़ का बाग बबीता देवी, पूर्व प्रधान अश्वनी कुमार, मंडलाध्यक्ष प्रीतम चौधरी, महामंत्री अमरीश परमार, सतीश कुमार, पूर्व बीडीसी अध्यक्ष अश्विनी चौधरी, एडवोकेट दीपक अवस्थी, तिलक राज शर्मा, एस.एच.ओ.हेम राज, एससी मार्चा अध्यक्ष सुरजन कुमार, गुरवचन सिंह, अंजु, दलेर, मोहिन्द्र गोस्वामी, महेश, जोगिन्द्र, रोहित, सूरज, नरेन्द्र, राजेन्द्र राणा, सुरेश, सतीश ठाकुर सहित विभिन्न पंचायतों, महिला मंडलो के प्रतिनिधि सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।