शिमला – नितिश पठानियां
शैमराक रोजेस स्कूल कच्चीघाटी ने स्कूल परिसर में दिपावली बड़े धूम धाम के साथ मनाई। स्कूल की प्रधानाचार्य प्रीति चुट्टानी ने कहा दीपावली हिन्दु धर्म के लोगो का त्यौहार है। जिसे सभी धर्मों के लोग बहुत ही धूमधाम से मिल जुलकर मनाते है।
दिवाली का त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक मानी जाती है। दीपावली का त्यौहार भगवान राम के वापस लौटने की खशी में मनाया जाता है। उन्होंने कहां कि इस दिन भगवान श्री राम 14 साल वनवास पूरा करने के बाद अयोध्या वापस लौटे थे। भगवान श्री राम के घर वापस लौटने की खुशी में अयोध्यावासियों ने पूरी अयोध्या नगरी को दीपक जलाकर स्वागत किया था।
तभी से हर साल इस दिन को बहुत हो धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। दिवाली त्यौहार कौ प्रकाश का / दिवाली महोत्सव भी कहा जाता है। उन्होंने बताया कि दिवाली का पर्व दर साल अक्टूबर व नवंबर कार्तिक माह की अमावस्या कौ मनाया जाता है।
दिवाली से कुछ दिन पहले ही सभी लोग अपने घरों में साफ – सफाई, रंग – रोगन आदि करना शुरू देते हैं। सभी लोग दिवाली के दिन अपने कार्यालय घर में सजावट करते हैं। इस दिन सभी दफ्तर, स्कूल आदि की छुट्टी होती है। स्कूलों में दिवाली के शुभ अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है।
वही शैमरॉक रोजेस स्कूल में बच्चों ने दिवापली पर्व बड़े धूम धाम के साथ मनाया। वही बच्चो ने फूलझड़ी, अनार व पटाखे फोड़े व सभी बच्चो ने मिठाईयां बांटी। प्रधानाचार्य प्रीति चुट्टानी नें कट्रा कहां कि हमें अधिक पटाखे नहीं फोड़ने हैं ताकि पर्यावरण दूषित ना हो।