डोल भटहेड़ – अमित शर्मा
देहरा विधानसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री सुखविंदर सूखू की पत्नी कमलेश ठाकुर को कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी बनाए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते पूर्व पंचायत समिति सदस्य एवं वर्तमान उपप्रधान पंचायत डोल भटहेड़ साधू राम राणा ने कहा सूखू जैसे जमीनी स्तर पर संगठन से निकले हुए नेता को व्यवस्था परिवर्तन की राजनीति का नारा देने के बदले परिवारवाद की राजनीति से दूर रहते हुए ही आम कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलना चाहिए।
ताकि कांग्रेस पार्टी पर परिवारवादी महात्वाकांक्षी सोच रखने वाले एजेंडे को हटाकर आम कार्यकर्ताओं की भाजपा की तर्ज पर सत्ता में भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। अतः मेरी व्यक्तिगत राय सूखू के लिए यह रहेगी कि भले कांग्रेस पार्टी हाईकमान ने उनकी पत्नी को उपचुनाव देहरा विधानसभा से प्रत्याशी घोषित किया है।
लेकिन वह अपने विवेक पर कांग्रेस पार्टी से देहरा विधानसभा से बनी प्रत्याशी अपनी पत्नी के बदले किसी आम कार्यकर्ता को प्रत्याशी बनाने की सिफारिश करें। ताकि कांग्रेस पार्टी के इतिहास में पहली मिसाल देखने को मिले कि कांग्रेस पार्टी में परिवाद नहीं बल्कि आम कार्यकर्ताओं की पार्टी बनाने की मूहिम सूखू जी के नेतृत्व में शुरू हो चुकी है।
अन्यथा कांग्रेस पार्टी में परिवारवाद की राजनीति ही कांग्रेस को दीमक की तरह धीरे धीरे समाप्त कर देगी और एक समय कांग्रेस पार्टी के इतिहास में ऐसा भी आएगा कि कांग्रेस पार्टी परिवारवादी महात्वाकांक्षी सोच से उम्मीदवार तो घोषित कर देगी लेकिन वोट तो दूर की बात आम जनता से परिवारवादी उम्मीदवारों को प्रस्तावित करने वाला भी कोई नहीं मिलेगा।