देहरा – शिव गुलेरिया
देहरा उपमंडल की डोहग प्लोटी पंचायत में रविवार देर रात को 27 वर्षीय विवाहित महिला स्मृति की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत मामले में गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों पति वरुण कुमार, सास और ससुर को बुधवार को अदालत में पेश किया।
डीएसपी देहरा शुमायला चौधरी के बोल
डीएसपी देहरा शुमायला चौधरी ने बताया कि अदालत ने सुनवाई के बाद तीनों को 26 अक्तूबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस के अनुसार रिमांड अवधि के दौरान आरोपितों से घटना के संबंध में पूछताछ की जाएगी। पुलिस इस मामले में अब गहनता से पूछताछ करेगी और मौत के रहस्य से पर्दा हटाने की कोशिश करेगी ताकि इस रहस्यमय मौत की गुत्थी सुलझ सके।
गौरतलब है कि मृतका के मायका पक्ष की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया था। मामले को लेकर मायका पक्ष में अब भी तनाव का माहौल बना हुआ है और मायका पक्ष न्याय की मांग पर अडिग है।
मायका पक्ष न्याय की मांग पर अडिग
देहरा उपमंडल की डोहग प्लोटी पंचायत में रविवार देर रात 27 वर्षीय विवाहित महिला स्मृति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया था। ससुराल पक्ष ने इसे आत्महत्या बताया, जबकि मायका पक्ष ने इसे साजिश हत्या करार दिया।
मायका पक्ष का आरोप है कि पुलिस और उनके पहुंचने से पहले ही ससुराल पक्ष ने शव को फंदे से नीचे उतार दिया, जिससे शक और गहरा गया। मृतका के पिता मदन लाल का कहना था कि उन्होंने पुलिस और हमारे पहुंचने का इंतजार क्यों नहीं किया? जिसके चलते उन्होंने स्मृति के पति वरुण कुमार, सास और ससुर पर हत्या का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत पुलिस में दी।
मृतका स्मृति की शादी करीब 5 वर्ष पूर्व हुई थी और उसकी करीब अढ़ाई साल की एक बेटी है। मायका पक्ष का कहना था कि मृतका का पति वरुण कुमार अक्सर नशे की हालत में स्मृति के साथ मारपीट और झगड़ा करता था। रविवार को भी दोनों के बीच विवाद हुआ था। झगड़े के बाद स्मृति अपनी बेटी के साथ ऊपर के कमरे में सोने चली गई थी।
ससुराल पक्ष के अनुसार रात को जब सास स्मृति को देखने उसके कमरे में गई तो वह फंदे से लटकी हुई मिली। हालांकि मायका पक्ष का कहना है कि जब वे मौके पर पहुंचे तो शव नीचे रखा था और फंदा कटा हुआ पड़ा था, जिससे हत्या की आशंका और गहराई। पुलिस टीम के साथ डी.एस.पी. देहरा शुमायला चौधरी भी मौके पर पहुंची हुई थीं। पुलिस और फोरैंसिक टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए थे।
बुधवार को ही शव का पोस्टमार्टम करवाकर तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया। वहीं मायका पक्ष अब भी अपनी बेटी के लिए न्याय की मांग पर अडिग है।