शाहपुर – नितिश पठानियां
एप्रोप्रियेट टेक्नोलॉजी सेंटर 39 मील शाहपुर में बेम्बू से बनने बाली चीजो पर बिधायक केवल सिंह पठानिया सहित बैज्ञानिक अधिकारी सुनंदा पठानिया ने एटीसी शाहपुर वैज्ञानिक अधिकारी रवि शर्मा, कुणाल भरत, सलाहकार वानिकी और जैव विविधता, GIZ निर्मल्या मंडल, इकोसिएट संस्था कृष्णा के साथ बैठक की।
जिसमे शाहपुर के पास के गांवों में बांस आधारित शिल्प और उत्पादों की वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावना प्रमुख व्यक्ति और समुदाय इस पर काम कर रहे हैं।
इनमें मौजूदा बाजार और चुनौतियां। प्रशिक्षण सहायता जो एटीसी शाहपुर के माध्यम से प्रदान की जा सकती है (जैसे मास्टर प्रशिक्षकों के छोटे समूह को प्रशिक्षण देना)।
विधानसभा क्षेत्र शाहपुर की जनता को आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करके उनके साथ बैठक की ।
उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी भनाला, गोरडा, बसनूर, डोहब व नेरटी में सर्वे करेंगे तथा यहां बांस उत्पादन व इसकी उपयोगिता पर एक रिपोर्ट तैयार करेंगे, तांकि आने वाले समय में यहां बैंबू बेस्ड क्राफ्ट पर काम किया जा सके।
उन्होंने कहा कि बांस की कलाकृति प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में लोकप्रिय शिल्पों में से एक है। बांस शिल्प की कलाकृतियां शहर और गांवो के साथ—साथ लगभग सभी घरों में किसी न किसी रूप में देखने को मिल जाती है।
हिमाचल प्रदेश में भी बांस का विशेष महत्व है।जिससे बेम्बू से बनाने बाले कारीगरों को कैसे घर द्वार स्वरोजगार पहुँचे जो कि हाथों से बनाने बाले बेम्बू की आईटम बनाना आज छोड़ चुके है। क्योंकि उनको सही दाम न मिलने से अपने पुश्तेनी कार्य से हट कर कुछ और करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
शाहपुर में अधिकतर पंचायतों में बांस का भारी मात्रा में उत्पादन होता है तथा इसे स्वरोजगार के रूप में अपनाने के लिए जीआई जेड के सहयोग बैंबू बेस्ड क्राफ्ट को बढ़ावा देने के लिए लोगों को ट्रेनिग दी जाएगी।
इस दौरान मास्टर ट्रेनर भी तैयार किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यहां के बांस की किस्म के आधार पर उत्पाद तैयार कर राष्ट्रीय व इंटरनेशनल स्तर पर इसकी मार्केटिंग की संभावनाएं तलाश की जाएंगी।
आज बिधायक केवल सिंह पठानिया ने इनकी पीड़ा को समझते हुए घर बैठे दुबारा से अपने पुश्तैनी कार्य की तरफ ले जाने के लिए नई तकनीक का सहारा लिया है जिससे बो अपनी आजीविका घर बैठे कमा सके।
इस अवसर पर बरिष्ठ कांग्रेस नेता देवदत्त शर्मा, रेणु जसवाल, सुमन कुमारी, नवनियुक्त आईएमसी सदस्य प्रदीप बलोरिया अजय पंकिल ,अशोक चम्बयाल, आशीष पटियाल, विनय ठाकुर आदि अन्य अधिकारी मौजूद थे।