शिमला – नितिश पठानियां
सीबीआई ने जाली प्रमाणपत्रों पर चिकित्सा परिषदों के साथ विदेशी चिकित्सा स्नातकों के पंजीकरण में कथित अनियमितताओं से संबंधित मामले में विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों में लगभग 91 स्थानों पर तलाशी ली। सीबीआई की दिल्ली और शिमला की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए शिमला और हमीरपुर के दो जगहों पर छापामारी की है।
बताया जा रहा है कि कई छात्र जो विदेश में एमबीबीएस की पढ़ाई करके वापस लौटे हैं, उनमें से कुछ छात्र मेडिकल काउंसिल की ओर से ली जाने वाली परीक्षा में पास नहीं हुए हैं। इसके बावजूद विदेश में एमबीबीएस की पढ़ाई करके आए छात्र सरकारी नौकरी लग गए।
इतना ही नहीं, मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की जांच में भी विदेश में पढ़ाई करके आए छात्रों के दस्तावेजों में कई खामियां पाई गई हैं। सीबीआई की दिल्ली और शिमला की टीम ने हमीरपुर और शिमला में विदेश में पढ़ाई करके आए छात्रों के घर में छापामारी की।
सीबीआई ने मामले की जांच के लिए कुछेक दस्तावेज भी कब्जे में लिए हैं। सीबीआई ने दिल्ली, चंडीगढ़, अमृतसर, गुरदासपुर, भठिंडा, खन्ना, करनाल, सवाई माधोपुर, नरवाना, हमीरपुर, शिमला, जम्मू, श्रीनगर, देहरादून, गाजियाबाद, गुवाहाटी, तेजपुर, इम्फाल, सिक्किम, राजपुर, पटना, मुंगेर, मुंबई, जयपुर, सीकर, विजयवाड़ा, वारंगल, तिरुनेलवेली, मदुरै, भोपाल, नागपुर, बुलढाणा, पुणे, जलगांव, दरभंगा, भागलपुर, चंपारण, बेगूसराय, बोकारो, वाइजैग, हाजीपुर, वैशाली, नालंदा आदि सहित लगभग 91 स्थानों पर स्थित कुछ चिकित्सा परिषदों के साथ विदेशी चिकित्सा स्नातकों के परिसरों में तलाशी ली, जिसमें एफएमजी परीक्षा के जाली उत्तीर्ण प्रमाणपत्र सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए।
सीबीआई ने आयुर्विज्ञान में राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित विदेशी चिकित्सा स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने के जाली प्रमाणपत्र के आधार पर कई राज्यों में चिकित्सा परिषदों के साथ विदेशी चिकित्सा स्नातकों के पंजीकरण में अनियमितताओं के आरोप पर राज्य चिकित्सा परिषदों एवं एमसीआई के अज्ञात लोक सेवकों, 73 विदेशी चिकित्सा स्नातकों और अन्य अज्ञात लोक सेवकों व निजी व्यक्तियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया था।
यह आरोप है कि अनिवार्य योग्यता परीक्षा उत्तीर्ण करने में विफल रहने वाले 73 विदेशी चिकित्सा स्नातक कई राज्यों में चिकित्सा परिषदों के साथ स्वयं को पंजीकृत कराने में कामयाब रहे।