मंडी – नरेश कुमार
दिल्ली में रहने वाली हिमाचल प्रदेश के मंडी के धर्मपुर क्षेत्र की यशोदा समाज के लिए प्रेरणा बन गई हैं। यशोदा लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करवाती हैं और अस्थियां गंगा में विसर्जित करती हैं। सालों से यह सिलसिला जारी है।
अब तक यशोदा करीब चार हजार लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करवाने के अलावा अस्थियों को गंगा में प्रवाहित करवा चुकी हैं। यशोदा का जन्म धर्मपुर की ब्रान्ग (चनोता) पंचायत में हुआ। इनके पति दिल्ली में रोजगार के सिलसिले में रहते है और यशोदा भी उनके साथ ही दिल्ली में रहने लगीं।
दिल्ली सरकार से भी उन्हें सम्मान मिला
दिल्ली में रहते उन्होंने समाजसेवा शुरू की और एनजीओ बनाई। उन्होंने एनजीओ के माध्यम से लावारिस लाशों के अंतिम संस्कार और अस्थियां गंगा में विसर्जित करने का कार्य शुरू किया। कोरोना काल के दौरान भी यशोदा समाज सेवा से पीछे नहीं हटीं। कोरोना से हुई मौत पर लोग शव को जलाने से डर रहे थे तो यशोदा ने खुद अनगिनत शवों को खुद अग्नि दी है। इस कार्य के लिए कई संस्थाएं उन्हें सम्मानित कर चुकी हैं। दिल्ली सरकार से भी उन्हें सम्मान मिला है।
लोगों ने की उज्जवल भविष्य की कामना
यशोदा के समाजसेवा के भाव को देखते हुए क्षेत्र में उनकी प्रशंसा हो रही है। सहारा फाउंडेशन के चेयरमैन और भाजपा प्रदेश सह मीडिया प्रभारी रजत ठाकुर, हिमाचल प्रदेश विश्वकर्मी सभा धर्मपुर के अध्यक्ष सुरेंद्र कौंडल, उपाध्यक्ष संगीता मंडयाल, धर्मपुर पंचायत प्रधान ज्योति देवी, उप प्रधान राकेश सकलानी, धर्मपुर व्यापार मंडल प्रधान राज कुमार सोनी, पूर्व प्रधान काहन सिंह, व्यापार मंडल सचिव भूप सिंह, समाजसेवी सुशील शर्मा, प्रेम सिंह, विश्व कर्मी सभा के प्रदेश सचिव नानक चंद भारद्वाज, पूर्व पार्षद सरकाघाट नगर पंचायत राजेश कौंडल, चनोता पंचायत की प्रधान सविता गुप्ता ने कहा कि यशोदा सामाजिक सरोकार का काम रही हैं। इसके लिए वे बधाई की पात्र हैं।
यशोदा के इस पुनीत कार्य करने पर जगह जगह समानित होने पर उन्हें बधाई दी है तथा धर्मपुर का नाम ऊंचा करने के लिए उनका धन्यवाद करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।