शिमला-जसपाल ठाकुर
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंगलवार को प्रदेश के विभिन्न भागों में स्थित अग्निशमन केंद्रों और उप-अग्निशमन केंद्रों के लिए अग्निशमन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। हालांकि सीएम ने 17 वाहनों को हरी झंडी दिखानी थी, मगर 16 वाहनों को ही हरी झंडी दिखा सके, क्योंकि एक नया वाहन मुख्यमंत्री आवास के पास पहुंचने से पहले ही हांफ गया।
यहां एक मोड़ पीछे ही एक फायर टेंडर खराब हो गया। बताया जा रहा है कि उसकी क्लच प्लेट में दिक्कत आई है। ऐसे में अब कई सवाल खड़े हो रहे हैं कि अभी कंपनी से यह नए वाहन आए ही थे और आते ही इनमें से एक कैसे खराब हो गया। मंगलवार को सीएम ने किलाड़ जाने से पहले यहां अग्रिशमन वाहनों को हरी झंडी दिखाई।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि ये वाहन किन्नौर, मालरोड शिमला, पांवटा साहिब, बिलासपुर, कुल्लू, बद्दी, परवाणू, नालागढ़, ऊना और चम्बा के अग्निशमन केंद्रों, झंडुता और गोहर के उप-अग्निशमन केंद्र तथा जुब्बल, पतलीकूहल, संसारपुर टैरेस, पद्धर और जोगिंद्रनगर की दमकल चौकी को प्रदान किए जाएंगे।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पिछले तीन सालों के दौरान अग्निशमन वाहनों एवं अन्य उपकरणों की खरीद के लिए 21.26 करोड़ रुपए तथा अग्निशमन विभाग के विभिन्न भवनों के निर्माण के लिए 17.46 करोड़ रुपए व्यय किए गए हैं। इससे प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर अग्निशमन सेवाएं उपलब्ध होंगी।
इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, अतिरिक्त मुख्य सचिव जेसी शर्मा, विशेष सचिव गृह राकेश शर्मा, निदेशक अग्निशमन सेवाएं विभाग एसपी सिंह, उप महा-आदेशक गृह रक्षा एवं नागरिक सुरक्षा अनुज तोमर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।