रैबीज की चपेट में आई गाय ने बेसहारा पशुओं को काटा, लोगों में फैला रैबीज का डर, पशुपालन विभाग से उठाई बैकसीन की मांग

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ज्वाली – शिवू ठाकुर 

नगर पंचायत ज्वाली के अधीन वार्ड नम्बर दो मकड़ाहन में रैबीज का खतरा बढ़ता जा रहा है। मकड़ाहन में बेसहारा पशुओं व कुत्तों में रैबीज का खतरा बना हुआ है।

बता दें कि अभी करीबन एक माह पहले आवारा कुत्ते ने कई बेसहारा जानवरों व कुत्तों को अपना शिकार बनाया था तथा लोगों ने उसको मार दिया था। उसके बाद करीबन 15 दिन पहले एक दुधारू पालतू गाय रैबीज की चपेट में आ गई जिसकी मौत हो गई।

आज 29 दिसंबर रविवार को एक बेसहारा गाय रैबीज की चपेट में आ गई और आज इस गाय ने कई बेसहारा पशुओं को काट लिया तथा लोगों ने इसकी सूचना संबंधित वार्ड पार्षद एवी पठानियां को दी।‌

पार्षद एवी पठानियां ने इसकी सूचना पशुपालन विभाग ज्वाली में दी। पशुपालन विभाग व अग्निशमन विभाग की टीम ने मौका पर पहुंचकर बेसहारा गाय को रेस्क्यू किया तथा रस्सी से बांध दिया।

वार्ड नं-दो मकड़ाहन के बाशिंदे काफी घबरा गए हैं तथा उनको रैबीज का डर सताने लगा है। वार्ड वासियों ने कहा कि कोई पता नहीं चल रहा है कि कितने मबेशी रैबीज वाले हैं।

लोगों ने कहा कि मकड़ाहन में सैंकड़ों की तादाद में बेसहारा पशु हैं जोकि झुंडों में रहते हैं। इसमें बड़े-बड़े बैल भी हैं और अगर बेसहारा बैलों को रैबीज होता है तो उनको पकड़ना मुश्किल हो जाएगा तथा यह कई लोगों को मौत के घाट उतार देंगे।

लोग बच्चों को स्कूल भेजने से भी कतराने लगे हैं। लोगों ने पशुपालन विभाग ज्वाली से मांग की है कि बेसहारा पशुओं व कुत्तों को बैक्सीनेट किया जाए ताकि रैबीज का खतरा कम हो सके।

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