चम्बा – भूषण गुरुंग
भरमौर-शिमला रूट पर चलने वाली एचआरटीसी बस लोगों के लिए सुविधा के बजाय परेशानी बनती जा रही है। शाम को जब 3:35 बजे बस भरमौर से शिमला के लिए चलती है तो चंबा बस स्टैंड पहुंचने पर बस को बदल दिया जाता है।
इस वजह से सवारियों को अपना सारा सामान उठाकर दूसरी बस में लेकर जाना पड़ता है। इतना ही नहीं सीटों के लिए भी बस में सवारियों को खींचतान करनी पड़ती है।
वहीं, शिमला से बस दोपहर बाद 2:15 बजे भरमौर के लिए चलती है, जो अगली सुबह 4:00 बजे चंबा बस अड्डे पर पहुंचती है। मगर एक महीने से बस को सुबह के समय चंबा में खड़ा कर दिया जा रहा है।
इस वजह से भरमौर की ओर जाने वाले यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा हैं और दूसरी बस का इंतजार करना पड़ रहा है।
बता दें कि जनजातीय क्षेत्र भरमौर के लोगों शिमला सहित अन्य जिलों में आने-जाने के लिए इसी बस सेवा का लाभ लेते हैं, लेकिन बस रूट में किए जा रहे मनमाने बदलाव से उन्हें परेशान होना पड़ रहा हैं।
व्यापार मंडल के प्रधान रंजीत शर्मा, स्थानीय निवासी हंसराज, केवल कुमार, जितेंद्र, मनोज कुमार और प्रताप चंद ने कहा कि भरमौर-शिमला रूट पर चलते वाली बस को चंबा में बार-बार न बदला जाए। इसके अलावा शिमला से भरमौर जाने वाली बस को चंबा बस स्टैंड तक सीमित न किया जाए।
क्षेत्रीय प्रबंधक शुगल कुमार ने बताया कि उनके ध्यान में यह मामला अभी लाया गया है। जल्द ही इसको लेकर उचित कदम उठाए जाएंगे।
परिवहन मंत्री के समक्ष उठाया जाएगा मामला : डॉ. जनक
भरमौर-पांगी के विधायक डॉ. जनकराज ने बताया कि बसों को तय रूट चलना चाहिए। इसमें किसी तरह का बदलाव नहीं होना चाहिए। शिमला से भरमौर आने वाले लोगों के पास भारी भरकम सामान भी होता है। ऐसे में बार-बार बसें बदलने से लोगों को परेशानी होती है। भरमौर-शिमला बस को सुबह चंबा में ही क्यों खड़ा कर दिया जा रहा है, इसको लेकर जल्द परिवहन मंत्री और उपमुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे।