लोगों का कहना है कि कभी नूरपुर, कभी ज्वाली, अब फतेहपुर विधानसभा का हिस्सा रहे उपतहसील राजा का तालाब की हमेशा से ही राजनीतिक दृष्टि से होती रही है अनदेखी।
फतेहपुर – अनिल शर्मा
परिसीमन की सुगबुगाहट के बीच में विधानसभा क्षेत्र फतेहपुर की उपतहसील राजा का तालाब को अलग विधानसभा क्षेत्र बनाए जाने की चर्चा इन दिनों जोर पकड़ने लग पड़ी है। लोगों का कहना है कि कभी नूरपुर, कभी ज्वाली , अब फतेहपुर विधानसभा का हिस्सा रहे उपतहसील राजा का तालाब की हमेशा से ही राजनीतिक दृष्टि से अनदेखी होती रही है।
फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र का सबसे अधिक भीड़ वाला कस्बा चार विधानसभा क्षेत्रों का समान रूप से केंद्र बिंदु है। विधानसभा फतेहपुर के अधिक भीड़भाड़ वाले कस्बा राजा का तालाब को राजनीति गलियारे में हमेशा से हाशिए पर ही धकेला जाता रहा है। लोगों के अनुसार आबादी के हिसाब से यहां नागरिक अस्पताल होना चाहिए था। परंतु स्वास्थ्य के नाम पर आठ वर्ष पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मिला।
स्थानीय लोगों कुलभूषण डोगरा, बृजेश शर्मा, राजेश चौधरी, रजनीश बंटी, रवींद्र ठाकुर, रमन कुमार, विकास भाटिया, प्रवीण टिंकू, पृथी सिंह, राजकुमार, मनोज शर्मा, रमेश चिब, अमनदीप और अर्जुन पठानिया समेत अन्य लोगों का कहना है कि राजा का तालाब आस पास की चार विधानसभा क्षेत्रों का केंद्र बिंदु है।
उन्होंने बताया कि मध्यस्थल होने के वजह से कभी एक विधानसभा तो कभी दूसरी का हिस्सा रहा है। उक्त कस्बा एक बड़ी आबादी का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में अगर नए विधानसभा क्षेत्र बनते हैं तो राजा का तालाब एक आदर्श विधानसभा क्षेत्र साबित हो सकता है।