नूरपुर, देवांश राजपूत
जहां प्रदेश में कॅरोना संक्रमित मरीजों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है और सरकार अपने स्तर पर इसे काबू करने और मरीजों के लिए हर सम्भव मदद करने के लिए प्रयासरत है। वहीं सरकार में कद्दावर वनमंत्री राकेश पठानिया ने एक कदम आगे बढ़ते हुए एक मिसाल कायम की है।
जिसमें उन्होंने अपने नर्सिंग कॉलेज जो कि मलकवाल में स्थित है उसको ही कोविड सेंटर बनाने के लिए जिला उपायुक्त राकेश प्रजापति को पत्र लिखा है।
पठानिया ने अपने वक्तव्य में कहा है कि वो संकट की इस घड़ी में हर वो मदद करने के लिए तैयार जो इस वक्त की जा सकती है।इसी के तहत उन्होंने अपने नर्सिंग कॉलेज को 100 बिस्तर का कोविड सेंटर बनाने के लिए पत्र भेजा है।
उन्होंने कहा कि उनका कॉलेज शहरी आबादी से दूर है और एक आदर्श कोविड सेंटर होगा।उन्होंने कहा कि यही नही वो अपने कॉलेज की पचास प्रशिक्षित नर्सेस भी देंगे जो इन मरीजों की देखभाल करेंगी।उन्होंने सभी मरीजों के लिए खाने पीने तक की व्यवस्था करने की बात कही।
गौरतलब है कि राकेश पठानिया हमेशा से ही संकट की घड़ी में अपने आपको पहली पंक्ति में ही खड़ा रखते है।जब गत वर्ष कॅरोना महामारी ने प्रदेश में पैर पसारे थे तो उस समय भी उन्होंने चाहे वो राशन की व्यवस्था हो,मास्क सेनिटाइजर बांटने की बात हो या फिर सिविल अस्पताल नूरपुर में सेनिटाइज डिस्पेंसर मशीन देने की बात हो उन्होंने हर जगह एक बेहतरीन नुमाइंदे के तौर पर अपने आप को सबसे आगे रखा।
यही नहीं नूरपुर विधासनसभा से बाहर भी उन्होंने गत वर्ष चम्बा में हजारों की संख्या में मास्क और सेनिटाइजर भी भेजे। आज इसी कड़ी में पठानिया के अपने कॉलेज को कोविड सेंटर बनाने के कदम की हर कोई प्रशंसा कर रहा है।
पठानिया ने सभी से अपील की है कि इस महामारी से बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि बेबजह घरों से बाहर ना निकला जाए और मास्क पहनने के साथ समय समय पर अपने हाथों को साफ करते रहे।