यह मेरा आखरी चुनाव था जिसके लिए में सदैव जनता का आभारी रहूंगा।

--Advertisement--

नगरोटा सूरियां ,मुनीश 

तहसील जबाली विकास खंड नगरोटा सुरियां के अधीनस्थ पड़ने वाली पंचायत डोल भटहेड़ के पूर्व में रहे पंचायत समिति सदस्य एवं वर्तमान नवनिर्वाचित उपप्रधान साधू राम राणा ने आज शपथ ग्रहण करने उपरांत नगरोटा सुरियां में प्रेस वार्ता में कहा कि वह पूर्व की भांति उपप्रधान पद पर सरकार की ओर से मिलने वाली समस्त मानदेय राशि को गरीब परिवारों की लड़कियों की शिक्षा शादियों एवं दुःख दर्द में राहत के रुप में आबंटित करते रहेंगे।

साधू राम राणा ने कहा कि राजनीति में आने का मेरा उद्देश्य रोजी-रोटी कमाना नहीं बल्कि आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों की सहायता करना एवं सरकार की ओर से मिलने वाली योजनाओं को सही रूप से लागू करवाना है । साधू राम राणा ने कहा कि सरकार की ओर से गरीब परिवारों के उत्थान के लिए बहुत से योजनाओं को समय-समय पर लागू किया जाता है लेकिन कुछ धन के लोभी एवं अनुभवहीन पंचायती नुमाइंदों के कारण इन लाभकारी योजनाओं का लाभ जरुरतमंदों को नहीं मिल पाता है।

खेद प्रकट करते हुए कहना पड़ रहा है कि जिस उद्देश्य को लेकर पंचायती राज संस्थाओं की स्थापना हुई थी उस ओर बहुत कम प्रगति हुई है ।क्योंकि आजादी के उपरांत पंचायती राज को देश में स्थापित करने का केवल एक ही उद्देश्य था कि समाज में अंतिम स्तर पर बैठे व्यक्ति को भी उन मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिल सके जो सुविधाएं उच्च स्तर के व्यक्ति को मिल रहीं हैं लेकिन दुखद वात है ऐसा आज तक भी ऐसा नहीं हो पाया है अतः इस के लिए लोकतांत्रिक एवं प्रशासनिक व्यवस्था जिम्मेदार है।

राजनीति में आज बहुत से लोग धन कमाने एवं अपने परिवार को स्थापित करने की सोच तक सीमित हैं जबकि गरीब परिवारों को विकसित करने में कोई रुचि नहीं दिखाई जाती है। साधू राम राणा ने कहा कि वर्तमान हालातों पंचायत स्तर से लेकर विधायक एवं सांसद तक चुनाव लड़ने के लिए शिक्षा का स्तर निर्धारित किया जाना चाहिए ताकि चुनें हुए नुमाइंदे सरकारी योजनाओं को समझने एवं लागू करने की क्षमता रख सकें।

क्योंकि बहुत सी लाभकारी योजनाओं को खासकर पंचायतों के नुमाइंदों के कम पड़े लिखे होने के कारण समझ पाने में असफल रहने से विकास कार्यों के लिए आया पैसा खर्च ही नहीं हो पाता है जिस के कारण गांवों में विकास कार्यों को सही रूप से अमलीजामा नहीं पहनाया जा सकता है अतः आगामी बजट में सरकार को पंचायती राज सहित अन्य सभी स्तर के नुमाइंदों को चुनाव लड़ने के एवज में शिक्षा का स्तर निर्धारित करने केलिए विल पास करना चाहिए ताकि लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूती प्रदान की जा सके।

अतः मेरा यह आखरी चुनाव था जो डोल पंचायत भटहेड़ की जनता के समर्थन से भारी एवं सम्मानजनक मतों से जीता है जिसके लिए में सदैव डोल भटहेड़ पंचायत की जनता का आभारी रहूंगा।

--Advertisement--
--Advertisement--

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

--Advertisement--

Popular

More like this
Related

शातिरों के जाल में फंसा व्यक्ति, APK फाइल पर क्लिक करते ही हजाराें रुपए का लग गया चूना

हिमखबर डेस्क  साइबर थाना नोर्थ जोन धर्मशाला के तहत ऑनलाइन...