मोबाइल कंपनी के खंभे में हाई वोल्टेज करंट, बेजुबान पशुओं ने तड़फ-तड़फ के तोड़ा दम
सिरमौर – नरेश कुमार राधे
हिमाचल प्रदेश के नाहन शहर में सैन्य क्षेत्र (कैंट) के प्रवेश द्वार पर आरपी -1 के समीप सड़क किनारे पोल से करंट लगने की वजह से दो बेजुबान पशुओं ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। दमकल विभाग की रेस्क्यू टीम के पहुंचने से पहले ही पशुओं की मृत्यु हो चुकी थी।
चंद मिनटों में पशुओं की मौत से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि करंट की वोल्टेज क्या रही होगी। बीती रात ये घटना एमईएस मंदिर के समीप हुई। जानकारों का कहना है कि पशुओं को करंट लगने के बाद धुआं भी उठ रहा था।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सेना के जवानों ने इन पशुओं को बाहर की तरफ खदेड़ा था, जिसके बाद वे कांटेदार तार में फंस गए। इसी दौरान साथ लगे पोल में करंट आ गया।
हालांकि, इस बात की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन बताया जा रहा है कि स्ट्रीट लाइट की लाइन से पोल में हाई वोल्टेज करंट आ गया। गनीमत यह रही कि किसी राहगीर ने पोल को नहीं छुआ, अन्यथा राहगीरों की जान को नुकसान भी हो सकता था।
यह भी बताया जा रहा है कि सड़क किनारे निजी मोबाइल कंपनी का पोल लगा हुआ था, जो ऊपर से हाई वोल्टेज बिजली की तार से टच हो गया। इसके बाद मोबाइल कंपनी के पोल में करंट आ गया। भागते बेजुबान पशु इस बात से अनजान थे कि पोल में करंट हो सकता है।
प्रत्यक्षदर्शी प्रवीण कुमार ने कहा कि वे घर से निकले थे, इसी दौरान देखा कि आरपी गेट की एंट्री से कुछ पहले धुआं उठ रहा है। फिर पाया कि दो पशु करंट लगने की वजह से तड़प रहे थे। इसके बाद उन्होंने पुलिस और बिजली बोर्ड को सूचित किया। बिजली बोर्ड ने तुरंत ही इलाके की बिजली को काट दिया। बता दें कि सुबह तक बेजुबान पशुओं के शव सड़क किनारे ही पड़े थे।
शहर के कई हिस्सों में बिजली की हाई वोल्टेज तारों का जाल बिछा हुआ है, जो काफी जोखिम भरा है। बारिश के मौसम में तारों से करंट फैलने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। शहरवासियों ने प्रशासन से घटना की जांच करवाने की मांग भी की है।
यह घटना शहर में सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। बिजली बोर्ड को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और हाई वोल्टेज तारों की जांच करनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
इस घटना ने पशु प्रेमियों और आम नागरिकों को झकझोर कर रख दिया है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस मामले को गंभीरता से ले और बिजली की तारों से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करे।
इसके साथ ही, शहरवासियों को भी जागरूक रहना होगा अन्यथा बेजुबान पशुओं की तरह जान से भी हाथ धोने पड़ सकते है। घटना के बाद से समूचे कच्चा टैंक इलाके में बिजली की तारों, खासकर खंभों को लेकर दहशत का माहौल पैदा हो गया है।
घटना की जांच के लिए एक टीम गठित की जानी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उम्मीद की जा रही है कि प्रशासन इस दिशा में जल्द से जल्द ठोस कदम उठाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी।
उधर,बिजली बोर्ड के एसडीओ महेश चौधरी ने कहा कि निजी मोबाइल कंपनी द्वारा हाई वोल्टेज तारों के नीचे पोल लगाए जा रहे है। इसको लेकर नोटिस भी जारी किये गए है। एसडीओ ने कहा कि कंपनी के खंबो को लेकर समीक्षा की जाएगी।
दीगर है कि कुछ सप्ताह पहले भी पांवटा साहिब में निजी मोबाइल कंपनी के ठेकेदार के एक कर्मी की करंट लगने से मौत हो गई थी।