मंडी – अंशुल दीक्षित
स्कूलों में बच्चों के लिए दोपहर का भोजन (मिड-डे मील) पकाने वाले अध्यापकों को अब अपनी जेब से राशि खर्च नहीं करनी पड़ेगी। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय की ओर से प्रधानमंत्री पोषण अभियान के तहत बच्चों को दिए जाने वाले दोपहर के भोजन (मिड-डे मील) के लिए मंडी जिला को 4.13 करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया है। इस बजट में मिड-डे मील की कुकिंग कास्ट के साथ कुक हेल्पर को मिलने वाला मानदेय भी शामिल है।
निदेशालय की ओर से अगस्त व सितंबर के लिए बजट जारी किया गया है। प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय से सभी शिक्षा खंडों के पब्लिक फाइनांस मैनेजमेंट सिस्टम के तहत खुले अकाउंट में राशि ट्रांसफर कर दी गई है।
मंडी जिला में 2311 प्राइमरी तथा 785 अपर प्राइमरी स्कूलों में बच्चों के लिए दोपहर का भोजन तैयार किया जाता है। प्री प्राइमरी कक्षाओं में 5787 बच्चे, प्राइमरी में 42497 बच्चे जबकि अपर प्राइमरी में 29989 बच्चों समेत कुल 72486 बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं।
मिड-डे मील योजना के तहत 4.95 रुपये प्राइमरी जबकि 7.45 रुपये अपर प्राइमरी प्रति विद्यार्थी कुकिंग कास्ट बजट विभाग की ओर से जारी किया जाता है। इस तरह मिड-डे मील योजना के तहत दो माह की कुकिंग कास्ट के रूप में निदेशालय की ओर से मंडी जिला को 2.21 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है।
कुकिंग कास्ट में राशन व रसोई गैस का खर्च शामिल होता है। इसके अतिरिक्त बच्चों के लिए दोपहर का भोजन पकाने वाले कुक हेल्पर को मासिक मानदेय प्रदान किया जाता है। करीब 3500 रुपये प्रति माह मानदेय का भुगतान करने के लिए निदेशालय ने जिला मंडी को 1.92 करोड़ रुपये बजट जारी किया है।
इस साल प्री प्राइमरी की कक्षाएं भी स्कूलों में शुरू की गई हैं। प्री प्राइमरी में दाखिला लेने वाले बच्चों को भी दोपहर का भोजन मिलेगा। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय की ओर से अगस्त व सितंबर के लिए मिड-डे मील योजना का बजट जारी कर दिया गया है।
अमर नाथ राणा, उपनिदेशक, प्रारंभिक शिक्षा, जिला मंडी का कहना
प्री प्राइमरी में दाखिला लेने वाले बच्चों के भोजन के लिए भी बजट प्रदान किया गया है। सभी शिक्षा खंड को उनके खाते में राशि को हस्तांतरित कर दिया गया है। मई तक प्री प्राइमरी कक्षाओं में दाखिला लेने वाले बच्चों के भोजन के लिए बजट जारी किया गया है।