मंडी – अजय सूर्या
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून सीजन के आगाज के बाद अब बारिश का दौर शुरू हुआ है। सूबे में मंडी जिले में सबसे अधिक बारिश हो रही है। बारिश की वजह से लोग सहमें हुए हैं। मंडी में दो दिन की बारिश ने काफी नुकसान पहुंचाया है।
मंडी जिले में चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे में चार मील के पास डंगा गिर गया है और यहां पर एकतरफा यातायात चल रहा है। वहीं, सुंदरनगर में फोरलेन की एक साइड धंस गई और यहां भी ट्रैफिक एकतरफा किया गया है।
जानकारी के अनुसार, मंडी जिले के सुंदरनगर में पुंघ-नौलखा बाईपास भी धंस गया है। इस बाइपास को 15 जून को ही खोला गया था। इस कारण अब बाइपास की एक लेन को बंद किया गया है। उधर, बाईपास के शुरू होने के दो सप्ताह के भीतर ही धंस जाने से निर्माण कंपनी सवालों में है।

इस बाईपास पर कुल्लू की ओर जाने वाली लेन कई स्थान पर धंसी है।पुंघ के पास से धंसी हुई सड़क को मशीनों के माध्यम से टायरिंग उखाड़ने का कार्य भी शुरू हो गया है। बाइपास पर अब केवल कुल्लू से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहनों को ही जाने दिया जा रहा है, जबकि दूसरी लेन से आने वाले वाहनों को पुराने सुंदरनगर हाईवे की ओर डायवर्ट कर दिया गया है।
उधर, मामले को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के यहां पर परियोजना अधिकारी वरुण चारी से संपर्क नही हो पाया।
लगातार बारिश के 10 करोड़ 81 लाख का नुकसान
मंडी जिला में पिछले दो दिन से हो रही लगातार बारिश के 10 करोड़ 81 लाख का नुकसान हुआ है और महिला की जान भी चली गई है। मंडी जिला के सुंदरनगर में प्रदेश भर में सर्वाधिक 118 एमएम बारिश दर्ज की गई है।

एडीसी मंडी रोहित राठौर ने बताया कि बारिश के कारण जिला भर में सरकारी और गैर सरकारी संपत्ति का 10 करोड़ 81 लाख का नुकसान आंका गया है, जबकि 1 महिला की मौत भी इस दौरान हुई है।
यह मौत गोहर उपमंडल के तहत आने वाले शाला गांव में हुई है। मृतका की पहचान वांकी देवी पत्नी पोल्दू के रूप में हुई है। दो दिनों तक हुई भारी बारिश के चलते जिला भर में 162 सड़कें अवरूद्ध हुई थी।
सुकेती के उफान से सहमे बल्हघाटी के लोग
लगातार जारी बारिश के कारण मंडी जिले की सुकेती खड्ड अपने उफान पर नजर आई और सुकेती खड्ड का जलस्तर बढ़ने के कारण चक्कर के पास फोरलेन के लिए निर्माणाधीन पुल की शटरिंग ढह गई हालांकि, निर्माणाधीन पुल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।

पुलघराट के पास हो रहे लैंडस्लाइड के कारण हाईवे की रफ्तार रुक-रुक की चलती रही। कुछ लोगों ने वाया भडयाल जाने का प्रयास किया, लेकिन वहां पर भी गाड़ियों की संख्या ज्यादा होने के कारण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई।