हिमखबर, टीम
हिमाचल प्रदेश के देवी मंदिरों में श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले शुरू हो गए हैं। शक्तिपीठों में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट या कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लगने का सर्टिफिकेट साथ लाने की शर्त पर ही प्रवेश मिल रहा है।
सरकार ने यह पहले से ही तय किया हुआ है लेकिन फिर भी सैकड़ों लोगों ने बिना इन दस्तावेज के मंदिरों का रुख कर लिया। इस पर पुलिस व प्रशासन ने हिमाचल की सीमा से इन्हें बेेरंग लौटा दिया है।
कांगड़ा के श्री बज्रेश्वरी देवी जी, श्री चामुंडा जी व श्री ज्वालामुखी, ऊना जिले के श्री चिंतपूर्णी जी और बिलासपुर जिले के श्री नयनादेवी जी में सुबह चार बजे ही कपाट खुल गए। प्रवेश द्वारों पर दर्शनों को आ रहे लोगों की भीड़ जुट रही है। कई श्रद्धालु आरटीपीसीर रिपोर्ट और बिना वैक्सीन सर्टिफिकेट के पहुंच रहे हैं।
हिमाचल की सीमा रोके जाने पर कुछ लोग झगड़ा करने को भी उतारू हो रहे हैं। बिना रिपोर्ट आ रहे लोगों को वापस भेजा जा रहा है। दूसरे राज्यों से आ रहे श्रद्धालुओं के लिए कोविड नेगेटिव रिपोर्ट या दोनों वैक्सीन लगने का सर्टिफिकेट दिखाकर ही प्रदेश में प्रवेश मिलेगा।
अधिकतर लोग एक वैक्सीन वाले आ रहे हैैं। इस संबंध में हिमाचल पुलिस प्रमुख संजय कुंडू ने दो दिन पहले पड़ोसी राज्यों की पुलिस को भी सूचित कर दिया था, फिर भी लोग नहीं मान रहे।
ऊना के विभिन्न बैरियर पर सुबह से अफरा तफरी का माहौल है। पुलिस लोगों को वापस भेज रहे है तो कई लोग बहसबाजी कर रहे हैं। इसके अलावा कांगड़ा जिला के कंडवाल बैरियर पर भी भारी पुलिस बल व प्रशासन की टीमें मौजूद हैं, जो बिना रिपोर्ट व वैक्सीन सर्टिफिकेट आने वालों काे वापस भेज रहे हैं।