चम्बा- विपिन
चंबा-भरमौर एनएच पर बिना अनुमति लिए प्राधिकरण की ओर से हैंडपंप उखाड़े जाने पर जलशक्ति विभाग मुखर हो गया है। प्राधिकरण की ओर से राख में हैंडपंप उखाड़ा गया है, जोकि एनएच के मार्ग के बीच आ रहा था। मौजूदा समय में एनएच 154-ए चंबा-भरमौर मार्ग पर प्रबंधन द्वारा कोलतार बिछाई जा रही है।
इसी कड़ी में राख गांव में भी कोलतार बिछाने का कार्य किया जा रहा है। राख गांव में जलशक्ति विभाग की ओर से करीब 15 साल पहले हैंडपंप स्थापित किया गया था। जब इसे स्थापित किया गया था, उस समय यह मार्ग लोक निर्माण विभाग के अधीनस्थ आता था। उस समय लोक निर्माण विभाग द्वारा हैंडपंप स्थापित करने के लिए किसी भी प्रकार का कोई विरोध नहीं किया गया था।
15 वर्ष बाद अब मुख्य मार्ग को एनएच प्राधिकरण द्वारा चौड़ा किया जा रहा है। यह हैंडपंप मार्ग के बीच में आ रहा था तो मौके पर एनएच प्रबंधन के कनिष्ठ अभियंता ने जलशक्ति विभाग को सूचित किए बिना हैंडपंप को जेसीबी से उखड़वा दिया। बिना सूचना के हैंडपंप उखाड़े जाने से विभाग को करीब डेढ़ से दो लाख रुपये तक का नुकसान हुआ है।
जलशक्ति विभाग के कनिष्ठ अभियंता प्रवीण शर्मा ने कहा कि हैंडपंप मेरे ड्यूटी चार्ट में है। तबादला होने पर एक कर्मचारी को दूसरे तैनाती लेने वाले कर्मचारी को यह समस्त धरोहरें चार्ज में देनी पड़ती हैं। हैंडपंप हटाना इतना ही आवश्यक था तो एनएच प्रबंधन को जलशक्ति विभाग के आला अधिकारियों से पत्राचार करना चाहिए था। एनएच प्रबंधन पर पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करवाने के बारे में विचार किया जा रहा है।
जितेंद्र शर्मा, सहायक अभियंता जलशक्ति विभाग मंडल उपमंडल चंबा के बोल
छुट्टी के दिन आखिर एनएच प्रबंधन की कनिष्ठ अभियंता को बिना पत्राचार किए हैंडपंप उखाड़ने की क्या जल्दी थी। इस संबंध में उनके आला अधिकारियों से बात की जाएगी। बिना पूर्व सूचना के जलशक्ति विभाग की धरोहरों को क्षति पहुंचाना असहनीय है। एनएच प्रबंधन को इसके जुर्माने के लिए लिखा जाएगा। जरूरी तो पुलिस प्राथमिकी भी दर्ज करवाई जाएगी।
विपुल पुंज, सहायक अभियंता एनएच प्रबंधन चंबा के बोल
मुझे इस विषय में कोई जानकारी नहीं है। फिर भी यदि हैंडपंप उखाड़ा गया है तो जलशक्ति विभाग एफआइआर दर्ज करवाना चाहे तो करवा दे।