हिमखबर डेस्क
बिजली महादेव रोपवे के लिए चंसारी पंचायत ने अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) नहीं दिया है। किसी भी सूरत में रोपवे नहीं बनने दिया जाएगा। खराहल घाटी के ग्रामीणों ने कहा कि विधायक सुंदर सिंह ठाकुर आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने विधायक से मांग की है कि वह 2018 में रोपवे के लिए एनओसी दिए जाने की जानकारी जनता से साझा करें।
कुल्लू में पत्रकारों से बातचीत में खराहल घाटी के ग्रामीण गंगा राम ने बताया कि उन्होंने 2024 व 2025 में चंसारी पंचायत में आरटीआइ के तहत रोपवे से संबंधित सूचना मांगी थी। उन्हें सूचना दी गई है कि पंचायत की ओर से बिजली महादेव रोपवे निर्माण के लिए एनओसी नहीं दिया गया है।
इसका कोई भी प्रस्ताव पंचायत में पारित नहीं हुआ है। अगर विधायक के पास एनओसी देने के संबंध में कोई दस्तावेज है तो उसे सार्वजनिक करें, ताकि ताकि लोगों को भी पता चल सके कि उन्हें गुमराह करने की कोशिश कौन कर रहा है।
ग्रामीण गंगा राम का कहना था कि यह 25 जुलाई को रोपवे के विरोध में होने वाले आंदोलन को कमजोर करने की साजिश हो रही है। इतना ही नहीं पंचायत के लोगों पर भी राजनीतिक दबाव बनाया जा रहा है। लोग बिजली महादेव के आदेश को मानने के लिए तैयार हैं और 25 जुलाई को कुल्लू में प्रदर्शन भी किया जाएगा।