शिमला – रजनीश ठाकुर
हिमाचल प्रदेश में पुलिस विभाग ने मोटर वाहन अधिनियम के तहत एक साल में करीब 36 करोड़ रुपए के चालान किए हैं। पहाड़ी राज्य हिमाचल में वित्तीय वर्ष 2022-23 में मोटर वाहन अधिनियम के उल्लंघन के 8 लाख, 31 हजार, 28 मामले दर्ज किए गए।
शिमला जिला में सबसे अधिक 12.11 करोड़ से अधिक राशि चालान से इकट्ठा की। जिला शिमला में सबसे ज्यादा कुल 1.74 लाख से अधिक चालान हुए।
ये जानकारी हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र में भरमौर के विधायक डॉ. जनकराज के सवाल के लिखित जवाब में सामने आई है।
सरकार की तरफ से दिए गए जवाब में बताया गया है कि वर्ष 2022-23 में मोटर वाहन अधिनियम के प्रावधानों के उल्लंघन के 8,31,028 मामले सामने आए। इन मामलों में उल्लंघनकर्ताओं से 35 करोड़, 89 लाख, 86 हजार, 90 रुपए की रकम वसूली गई।
सबसे अधिक धनराशि शिमला जिला में एकत्रित हुई। जिला शिमला में 12 करोड़, 11 लाख, 27 हजार, 200 रुपए जमा हुए। सबसे कम धनराशि जिला लाहुल में इक_ी हुई।
आबादी के लिहाज से सबसे छोटे जिला लाहौल-स्पीति में 57 लाख रुपए से अधिक की राशि एकत्रित हुई। यहां मोटर वाहन अधिनियम के सबसे कम चालान हुए हैं। चालान की संख्या 8223 दर्ज की गई।
जिलावार देखा जाए तो बिलासपुर में 45580 चालान हुए। यहां जुर्माने के रूप में 1.34 करोड़ रुपए से अधिक की रकम जुटाई गई।
इसी तरह पुलिस जिला बद्दी में 59129 चालान किए गए। इससे एक करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि मिली।
जिला चंबा में 55977 मामले चालान के आए। इनसे 3.83 करोड़ रुपए से अधिक की रकम एकत्रित हुई।
जिला हमीरपुर में 37797 चालान काटे गए, जिनसे 1.22 करोड़ रुपए से अधिक की रकम मिली।
जनजातीय जिला किन्नौर में 17360 चालान काटे गए, जिनसे सरकारी खजाने में 59.45 लाख रुपए से अधिक की धनराशि आई।
प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में 86776 चालान के मामले दर्ज किए गए। इनसे 3.21 करोड़ रुपए से अधिक की रकम हासिल हुई।
इसी प्रकार जिला कुल्लू में 86401 चालान काटे गए। इनसे 2.90 करोड़ रुपए से अधिक की रकम इक_ी हुई।
जिला मंडी में चालान के मामले तो 92 हजार से अधिक दर्ज हुए, लेकिन धनराशि 1.69 करोड़ रुपए से अधिक ही एकत्रित हुई।
जिला शिमला में सबसे अधिक करीब पौने दो लाख चालान के मामले दर्ज हुए, जिनसे 12.11 करोड़ रुपए से अधिक की रकम हासिल हुई।
जिला सोलन में 64 हजार से अधिक चालान के मामलों से 3 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि मिली।
जिला सिरमौर से 1.46 करोड़ रुपए व जिला ऊना से दो करोड़ रुपए से अधिक की रकम मिली। यहां चालान के मामले क्रमश: 44672 और 42209 दर्ज किए गए।