स्टाफ रिपोर्टर – हमीरपुर
ग्राम पंचायत ऊखली सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में बाहरी राज्य के कुछ लोग बासमती के नाम पर घटिया किस्म के चावल लोगों को बेचकर चले गए। बासमती के नाम पर हुई धोखाधड़ी का पता उस समय चला जब ग्रामीणों ने बैग खोलकर देखे। इसमें घटिया किस्म की बासमती थी। बासमती का रंग लाल व काला था। हालांकि जालसाजों ने बासमती बेचते समय अपने जेब से चावल का नमूना निकालकर ग्रामीणों को दिखाया था।
यह बासमती बेहतर गुणवत्ता वाली थी। इसी झांसे में आकर कई लोगों ने एक क्विंटल तक बासमती ले ली, लेकिन बाद में जब बैग खोले गए तो ग्रामीणों के होश उड़ गए। बैग के भीतर चावाल का रंग लाल व काला था। इसके बाद ग्रामीणों ने उन लोगों को ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन उनका कहीं कोई पता नहीं चला।
जानकारी के अनुसार बीते बुधवार को पंजाब राज्य के दो लोग एक गाड़ी के माध्यम से बासमती के बैग लेकर ऊखली पंचायत के गांवों में पहुंचे। इन लोगों ने अपनी जेब में बेहतर गुणवत्तायुक्त सफेद रंग की बासमती डाल रखी थी। गांवों में जाकर उन्होंने जेब से निकालकर बासमती दिखाई। लोगों ने सोचा कि बैग के भीतर भी यही बासमती होगी। क्विंटलों के हिसाब से इन लोगों ने ग्रामीणों को बासमती के बैग बेच दिए।
बाद में वे गाड़ी लेकर निकल गए। बाद में जब ग्रामीणों ने बैग खोलकर देखे तो इनके होश उड़ गए। बैग के भीतर लाल व काले रंग की बासमती थी। इसके साथ ही बैग पर पैकिंग तिथि तक अंकित नहीं थी। ग्रामीणों ने संबंधित कंपनी के बैग पर अंकित नंबर पर कॉल की। कंपनी के अधिकारियों ने माना कि उनकी कंपनी के बैग का गलत प्रयोग किया गया है। बैग में घटिया चावल डालकर लोगों को चूना लगाया है। यह बासमती लोगों को 45 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से दी गई है।