हिमखबर डेस्क
पूर्व पंचायत समिति सदस्य एवं वर्तमान उपप्रधान पंचायत डोल भटहेड़ साधू राम राणा ने छः बागी विधायकों की बगावत उपरांत पदमुक्त होने उपरांत पुनः अब भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बागियों ने अपनी एकजुटता से भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवार को तो जीता कर हिमाचल की राजनीति में एक नया इतिहास रच दिया है।
लेकिन अब दिलचस्प यह भी बन चुका है कि क्या भाजपा भी बागियों को अपने दल में शामिल करके दुबारा विधानसभा में इन बागी विधायकों को पहुंचाने में कामयाब हो पाएगी या फिर बागियों को टिकट देने पर उपजे विवाद में कहीं बागी विधायक विधानसभा की बजाय अपने घरों में न बैठ जाएं।
क्योंकि जिन पूर्व भाजपा नेताओं को हाशिए पर धकेल कर बागियों की ताजपोशी भाजपा द्वारा टिकट वितरण के रूप में बागियों के पक्ष में करने से भाजपा के विरुद्ध बगावत के सुर उठे हैं, उसे देखते हुए तो बागियों का पुनः विधानसभा पहुंचना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन सा दिखाई दे रहा है और अगर ऐसा हुआ तो बागियों की बगावत भाजपा को आगामी विधानसभा चुनावों में भी नुकसानदायक ही साबित होगी।