नूरपुर, देवांश राजपूत
पूर्व विधायक एवं जिला कांगड़ा कांग्रेस अध्यक्ष अजय महाजन ने पठानकोट मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रस्तावित फोरलेन योजना के प्रभावितों के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार लगातार इनसे भद्दा मजाक करती आ रही है।उन्होंने कहा है कि पहले तो तीन साल इस योजना पर कोई कार्य ही शुरू नही हुआ और अब सरकार प्रभावितों की बहुमूल्य भूमि को कौड़ियों के दामों में हड़पने की फिराक में जुट गई है ।
अजय महाजन ने आरोप लगाया कि एक जिम्मेदार विपक्ष होने के नाते कांग्रेस पार्टी लगातार लोगों की आवाज उठाती रही लेकिन सरकार के कानों में कोई जूं तक नही रेंग रही।उन्होंने कहा कि उक्त योजना के कारण प्रभावितों होने वाले लोगों ने सरकार को हर प्रकार का सहयोग किया।तीन साल से लोगों का व्यवसाय ठप्प पड़ा हुआ है उनका भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। उक्त योजना के चलते बड़ी संख्या में पौंग बांध विस्थापित एक बार फिर उजड़ रहे हैं ।
उजड़ रहे लोग लंबे समय से अपनी उचित मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं उन्हें आशा थी कि सरकार उनके हितों का पूरा ख्याल रखेगी लेकिन सरकार ने प्रभावित होने वाले लोगों से कोई हमदर्दी नही दिखाई । उल्टा अब उनकी बहुमूल्य भूमि का नाममात्र मुआवजा तय कर उन्हें भारी मुसीबतों में डाल दिया है।
महाजन ने कहा कि भाजपा ने चुनावों के दौरान अपने विजन डॉक्यूमेंट और प्रधानमंत्री ने अपने मन की बात में फैक्टर दो के हिसाब से चार गुणा मुआवजा देने का वायदा किया था लेकिन अपना वायदा निभाना तो दूर की बात है सरकार अब मार्ग के साथ लगती बहुमूल्य भूमि को भी कौड़ियों के भाव दे रही है । महाजन ने कहा इतने कम मुआवजे में प्रभावित लोग अपना पुनर्वास कैसे कर पाएंगे ।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के अब तक के कार्यकाल में यहां विकास के मामले में कांगड़ा की भारी अनदेखी की गई तो अब फोरलेन योजना के प्रभावितों को मिलने वाले मुआवजे में भी भारी धोखा कर लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है । इससे पता चलता है कि प्रदेश में सत्तासीन भाजपा सरकार की कथनी और करनी में कितना अंतर है ।
महाजन ने आरोप लगाया कि जिला कांगड़ा में भाजपा से अपने आपको दिग्गज कहलाने वाले मंत्री संतरी इस ज्वलन्त मुददे पर पूरी तरह चुप्पी साध बैठे हैं । सत्ता के नशे में मस्त इन्होंने उजड़ रहे लोगों के हितों की रक्षा के लिए एक बार भी आवाज नही उठाई ।उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार कांगड़ा के साथ भारी भेदभाव कर रही है और स्थानीय मंत्री व नेता क्षेत्र का विकास करवाने में पूरी तरफ असफल सावित हुए है।