जिला भाषा अधिकारी कार्यालय ने पहाड़ी दिवस के उपलक्ष्य पर किया आयोजन
हमीरपुर 03 नवंबर – हिमखबर डेस्क
हिमाचल प्रदेश की समृद्ध पहाड़ी भाषा, संस्कृति एवं परंपराओं के संरक्षण और संवर्द्धन के उद्देश्य से भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से प्रत्येक वर्ष एक नवंबर को पहाड़ी दिवस मनाया जाता है।
इसी उपलक्ष्य पर जिला भाषा अधिकारी कार्यालय हमीरपुर ने सोमवार को स्कूली विद्यार्थियों के लिए जिला स्तरीय पहाड़ी भाषण, निबंध लेखन और मुहावरे एवं लोकोक्तियां तथा पहेली लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित कीं। इन प्रतियोगिताओं में जिला हमीरपुर के लगभग पैंतीस विद्यालयों के लगभग 120 विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार दलीप कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों, शिक्षकों, निर्णायक मंडल के सदस्यों और साहित्यकारों का स्वागत एवं आभार व्यक्त करते हुए जिला भाषा अधिकारी संतोष कुमार पटियाल ने कहा कि इन प्रतियोगिताओं का उद्देश्य विद्यार्थियों में पहाड़ी भाषा एवं संस्कृति के प्रति रुचि, गर्व एवं जागरुकता उत्पन्न करना है तथा स्थानीय बोली के संरक्षण को प्रोत्साहित करना है। ऐसे आयोजन न केवल हमारी भाषाई विरासत को जीवित रखते हैं, बल्कि नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जोड़ने का सशक्त माध्यम भी होते हैं।
- कार्यक्रम में आयोजित पहाड़ी भाषण प्रतियोगिता में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बगवाड़ा के ऋषभ शर्मा पहले, न्यू गुरुकुल स्कूल गोपालनगर की श्रद्धा दूसरे और सेवन स्टार स्कूल बणी की आस्था तीसरे स्थान पर रही।
- मुहावरा एवं लोकोक्ति लेखन में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धंगोटा की वंशिका प्रथम, रावमापा भठियाण के ओम ठाकुर द्वितीय और सेवन स्टार स्कूल बणी की कृतिका शर्मा तृतीय रही।
- निबंध लेखन में बजरोल स्कूल की अंतरा पहले, रावमापा भरठियाण की सोनाली दूसरे और गर्ल्स स्कूल नादौन की आदिति तीसरे स्थान पर रही।
- पहेली लेखन में भी रावमापा भरठियाण की मुस्कान ने पहला, हाई स्कूल स्वाहल की अनन्या ने दूसरा और सेवन स्टार स्कूल बणी की गीतिका ने तीसरा स्थान हासिल किया।
- इन प्रतियोगिताओं के निर्णायक मंडल में वरिष्ठ साहित्यकार दलीप कुमार, रत्न चंद रत्नाकर, केसर सिंह पटियाल, संतोष कुमारी और सौरभ मन्हास शामिल रहे। कार्तिक शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया।

