चम्बा – भूषण गुरूंग
गरनोटा-भौंट मार्ग पर हुए दर्दनाक हादसे में चोटिल महिला की जान बचाने के लिए उसकी टांग काटनी पड़ी है। जबकि हादसे के अन्य घायल अब खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।
वहीं, पुलिस की देखरेख में पोस्टमार्टम के बाद बच्चे का शव परिजनों को सौंप दिया। प्रशासन की ओर से मृतक के परिजनों को 25 हजार और घायलों को 5-5 हजार रुपये की सहायता राशि प्रशासन ने दी। मृतक का पैतृक श्मशानघाट पर हिंदू रीति-रिवाजों के तहत अंतिम संस्कार हुआ।
पंचायत प्रधान कुसुमलता ने बताया कि शुक्रवार को तृप्ता देवी ने अपने दोनों बच्चों आयांश कपूर और ईशान कपूर के लिए खरगट में नई कॉपी-किताबें खरीदीं और पैदल ही घर की तरफ निकल पड़े। ईशान कपूर नौवीं जबकि आयांश पहली कक्षा में पास हुआ था।
पलोथर में ईशान कपूर ने टिपर चालक से लिफ्ट लेने के लिए हाथ आगे बढ़ाया। पैदल जा रहे बच्चे को देखकर चालक ने ब्रेक लगाकर महिला समेत उसके दोनों बच्चों को वाहन में बिठा लिया। पलोथर से दो मोड़ आगे पहुंचने पर टिपर अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरा।
हादसे में 11 वर्षीय ईशान कपूर की मौत हो गई जबकि आयांश कपूर, उसकी मां तृप्ता देवी और चालक करण सिंह घायल हो गए। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद टांडा रेफर कर दिया।
चिकित्सकों को तृप्ता देवी की जान बचाने के लिए उसकी टांग काटनी पड़ी। इस दर्दनाक घटना के बाद रजैं पंचायत का गांव भौंट में सन्नाटा पसरा हुआ है।
मृतक बच्चे का पिता शिव कुमार बद्दी में निजी कंपनी में काम करता है। दर्दनाक हादसे में बेटे को खो देने की सूचना मिलने के बाद वह सुबह अपने पुश्तैनी घर पहुंचा।
तहसीलदार सुरेंद्र कुमार के बोल
सिहुंता के तहसीलदार सुरेंद्र कुमार ने बताया कि हादसे में मारे गए बच्चे के परिजनों को 25 हजार और घायलों को पांच-पांच हजार रुपये की सहायता राशि दी गई है।