बकलोह, भूषण गुरुंग
इस बार बकलोह के क्षेत्र केआस पास के गॉव ककीरा,तुनुहट्टी, घटासानी,रुहडू ,मगनूई,भेयकड, बिडगी ,देवीगॉव,तलारा, मिहाल,और कुमलाडी में मक्की की बम्पर फसल होने की सम्भाबना है।
क्योंकि इस बार अप्रैल माह से ही थोड़ी बहुत बारिश होनी शुरू हो गई थी । जिससे खेतो में काफी नमी हो गई थी। जिस के चलते किसानों ने जमीन मे नमी को देखते हुए पहली ही वारिस में खेतो में हल चला कर मक्की की विजाई शरू कर दि। जिस से आज वो बीज अंकुरित हो के मक्की के फसल में तबदील हो चुक्का है।
जब देवी गॉव के किसान राम नारायण से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनका पूरा परिवार ही अपने जमीन में ही निर्भर करते है। क्योंकि यदि अच्छी फसल हो तो पूरा साल भर का अनाज खेतो से ही निकल जाता है।
राम नारायण ने बताया कि इस बार उन्होंने अपने ही लोकल मक्की और धान के बीज खरीद कर अपने खेतो में लगाए है। क्योंकि पिछले साल उन्होने सरकारी धान के लगभग दो हज़ार के बीज खरीदे परन्तु एक भी दाना नही निकले और नही उसके पराली निकले।
उन्होंने प्रसाशन से इस मांग भी कि परन्तु एक फूटी कौड़ी तक नही मिला । इसलिए सभी किसानों ने इस बार लोकल धान की बीज खरीद कर अपने खेतो में लगायें है। और इस बार इसी तरह का बारिश समय समय में होता रहे तो मक्की और धान की बम्पर फसल होने की सम्भावना है।