बकलोह/ चम्बा,भूषण गुरुंग
बकलोह के आसपास के क्षेत्रों में दो दिनों से भारी बारिश होने से किसानों को कुछ राहत की सास मिली। किसानों का कहना है कि यदि बारिश न पड़ती हो पूरा कनक का फसल बारिश न होने से खेतो में ही सूखने की कगार में हो जाता ।परन्तु दो दिनों से लगातार बारिश से हमने कुछ राहत की सास ली।
वही जब इस बाबत चीलामा पंचायत के भरमाला गॉव के किसान देशराज से बात कि, तो उन्होंने बताया कि इस बार यदि बारिश फरबरी माह के अंत में होता तो शायद बंपर फसल होनी थी। परंतु बारिश लेट होने से ये फसल 75% ही रह गई है। और रही साही कसर आज सुंबह की बारिस और तूफान ने कर दि। पूरी कनक की फसल ही खेतो में बिछा दी जिससे किसानों के चिन्ताय और बढ़ गई। किसानों को सोचने में मजबूर कर दिया.
वही ककीरा के देवी गॉव के किसान राम नारायण का भी यही कहना है । यदि बारिश समय में होता तो कनक की फसल बहुत बढ़िया होता । राम नारायण ने बताया कि उन्होंने बरसात मे लगभग 2 हज़ार रुपये की धान के बीज सरकारी गुदामो से खरीदे परंतु जब धान फसल उगने की बारी आई तो उसमें एक भी दाने धान के नहीं निकले ।उन्होने इस बाबत डिप्टी कमिश्नर चम्बा को भी लिखित रूप मे भी दिये परन्तु आज दिन तक कोई करवाई नही हुई। न ही उन्हे कोई मुआवजा मिला ।