ऊना – अमित शर्मा
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के डोहगी पंचायत में बुधवार-गुरुवार की मध्यरात्रि को गोली मारकर आत्महत्या करने वाले सुरेंद्र कुमार की पत्नी ने भी शुक्रवार रात को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। डोहगी पंचायत के सुरेंद्र कुमार ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मारकर खत्म कर लिया था।
उसकी पत्नी रेशमा देवी पिछले लंबे समय से कुछ दिमागी परेशानी से जूझ रही थी। उसकी देखरेख खुद सुरेंद्र ही करता था। मृत्यु के बाद बीते गुरुवार को पति के शव को घर के आंगन में लाया गया। पत्नी रेशमा ने शव देखा तो असहायों की तरह गिर पड़ी।
उसकी नाजुक हालत को देखते हुए परिजन उसे बंगाणा अस्पताल ले गए, जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर ने उसे क्षेत्रीय अस्पताल ऊना रेफर कर दिया। शुक्रवार शाम तक उसकी सेहत में कुछ सुधार बताया जा रहा था लेकिन एकदम तबीयत खराब होने पर उपचार के दौरान ही रेशमा ने दम तोड़ दिया।
90 साल की बुजुर्ग पर टूटा मुसीबतों का पहाड़
सुरेंद्र कुमार की माता बुजुर्ग रमी देवी 90 साल से ऊपर उम्र का पड़ाव पार कर चुकी है। पति को गुजरे लंबा अरसा बीत चुका था। बेटे के पास जीवन यापन कर रही थी लेकिन दो दिन में बुजुर्ग मां का पहले बेटा चला गया और उसके बाद बहू रेशमा ने भी दम तोड़ दिया। शनिवार को 24 घंटों के अंदर बहू-बेटे को खोने वाली बुजुर्ग पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
बुजुर्ग रमी देवी कोने में बैठकर जोर-जोर से यही कहती थी कि हे भगवान तूने यह क्या कर दिया। मेरे जाने का समय था। तूने मेरा सब कुछ छीन लिया। सुरेंद्र कुमार व उसकी पत्नी अपने पीछे दो बेटे और दो बेटियां छोड़ गए। एक बेटा अभी अविवाहित है। जबकि अन्य सभी शादीशुदा हैं।