व्यूरो, रिपोर्ट
इस संसार में जन्म लेने वाले हर इंसान की मौत का समय निश्चित है लेकिन प्यार से साथ-साथ रहकर एक साथ चले जाने का अवसर किसी-किसी के भाग्य में ही होता है। ऐसा ही अनोखा मामला बुधवार को नंगल जरियालां गांव में देखने को मिला जब एक ही दिन में देवरानी और जेठानी भगवान को प्यारी हो गईं। नंगल जरियालां के वार्ड नंबर-9 की निवासी 65 वर्षीय व्यासा देवी पिछले तीन-चार दिनों से बीमार थीं। उन्हें जिला अस्पताल ऊना ले जाया गया जहां से डॉक्टरों ने उन्हें कोरोना टैस्ट करवाने के लिए गगरेट भेज दिया।
रैपिड टैस्ट में नैगेटिव रिपोर्ट आने पर व्यासा देवी को ऊना अस्पताल में दाखिल करवाया गया लेकिन शाम होते-होते हार्ट ब्लॉक होने की वजह से व्यासा देवी का देहांत हो गया। परिजनों द्वारा औपचारिकताएं पूर्ण करके व्यासा देवी के शव को जैसे ही घर लाया गया तो उसके 1 घंटे बाद ही उसकी 83 वर्षीय जेठानी शीला देवी जोकि पिछले 5 सालों से बीमार चल रहीं थीं, उनका भी देहांत हो गया।
मोहल्ला वासियों के अनुसार दोनों का आपसे में काफी प्यार था और दोनों बहनों की तरह रहती थीं। देवरानी-जेठानी का यूं एक ही दिन इकट्ठे दुनिया छोड़कर चले जाने से हर कोई हैरान था और गांव में भी माहौल गमगीन रहा। व्यासा देवी और शीला देवी का अंतिम संस्कार गुरुवार को नंगल जरियालां के श्मशानघाट पर कोविड नियमानुसार कर दिया गया।