कुछ साल पहले तक भारत में करियर के मौके काफी लिमिटेड थे, लेकिन आज चीजें बहुत अलग हैं। एक समय था, जब छात्र बिना सोचे-समझे वही रास्ता अपनाते थे, जो सोसायटी डेटर्मीनेड थी। जैसे वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट या फिर इंजीनियर और डाक्टर बनने के लिए साइंस की पढ़ाई, लेकिन आज का समय अलग है। आज के छात्र अधिक जागरूक हैं और अपने पैशन को करियर के रूप में अपनाने का साहस रखते हैं। बढ़ती शिक्षा, जागरूकता और शौक की वजह से छात्रों ने ट्रेडिशनल कोर्सेज से हटकर नए और अलग-अलग विकल्पों को अपनाना शुरू किया है। ऐसे में ऑफ बीट कोर्स ने छात्रों के लिए नए रास्ते खोले हैं, जिनके बारे में कुछ साल पहले तक सोचना भी मुश्किल था। ये कोर्स न सिर्फ आपके पैशन को प्रोफेशन में बदलते हैं, बल्कि आपको एक ऐसी दुनिया में भी ले जाते हैं, जो आपके लिए पूरी तरह से अनदेखी हो सकती है… ऐसे ऑफ बीट कोर्स, जिन्होंने छात्रों के लिए नए रास्ते खोले
हिमखबर डेस्क
ऑफ बीट कोर्स वे सिलेबस होते हैं, जो ट्रेडिशनल एजुकेशन से हटकर होते हैं। ये छात्रों को उन एरियाज में एक्सपेर्टीज हासिल करने का मौका देते हैं, जिन्हें बहुत कम लोग अपनाते हैं। ये कोर्स एजुकेशनल स्टैंडर्ड्स से बाहर होते हुए भी प्रोफेशनल वल्र्ड में आपको अच्छे अवसरों से जोड़ सकते हैं। ऑफ बीट कोर्स में आमतौर पर रिस्क, एक्सपेरिमेंटेशन, क्रिएटिविटी और नई सोच की जरूरत होती है। इससे इनका सिलेक्शन करने वाले छात्रों को मौजूदा करियर ट्रैकों से हटकर अपनी पहचान बनाने का मौका मिलता है।
1 वीडियो गेम डिजाइनिंग
वीडियो गेम डिजाइनिंग एक इमर्जिंग फील्ड है, जो बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के ध्यान को आकर्षित कर रहा है। इस कोर्स में छात्र वीडियो गेम बनाने की आर्ट, टेक्निकल साइड और ग्राफिक्स पर काम करते हैं। इसमें आपको गेम के कॉन्सेप्ट, लेवल डिजाइन, इंटरफेस डिजाइनिंग, गेम आर्ट और प्रोग्रामिंग की जानकारी मिलती है।
इस फील्ड में ऐसे पाएं मुकाम…
- गेम डिजाइन सिद्धांत
- ग्राफिक्स और 3डी मॉडलिंग
- गेम प्रोग्रामिंग और सॉफ्टवेयर
- डिवेलपमेंट एनीमेशन और वॉयस एक्टिंग
सैलरी : इसमें शुरुआत में लगभग तीन लाख रुपए से पांच लाख रुपए प्रति वर्ष हो सकती है और एक्सपीरियंस बढऩे पर 10 लाख रुपए तक भी हो सकती है।
2 फिल्म और टेलीविजन प्रोडक्शन
अगर आपको फिल्मों या टेलीविजन शो में इंटरेस्ट है और आप कैमरे के पीछे की प्रोसेस को समझने की चाह रखते हैं, तो यह कोर्स आपके लिए है। इसमें आप डायरेक्शन, सिनेमैटोग्राफी, प्रोडक्शन, एडिटिंग, साउंड डिजाइन जैसे प्रोसेस सीख सकते हैं।
ऐसे करें शुरुआत…
- फिल्म निर्माण प्रक्रिया
- एडिटिंग, कैमरा वर्क
- साउंड, लाइटिंग और प्रोडक्शन
- स्क्रीन राइटिंग और फिल्म समीक्षा
सैलरी : इसमें शुरुआत में लगभग चार लाख रुपए से छह लाख रुपए प्रति वर्ष हो सकती है।
3 कॉस्मेटोलॉजी
कॉस्मेटोलॉजी एक बढ़ती हुई इंडस्ट्री है, जिसमें स्किनकेयर, हेयरस्टाइलिंग, मेकअप और बॉडी ट्रीटमेंट्स शामिल हैं। इस फील्ड में आप ब्यूटी और हैल्थ से जुड़ी सर्विसेज प्रोवाइड कर सकते हैं।
यंू बढ़ाएं कदम…
- स्किनकेयर और हेयरस्टाइलिंग
- मेकअप और ब्यूटी थेरेपी
- शरीर की देखभाल
- बिजनेस मैनेजमेंट और कस्टमर सर्विस
सैलरी : इसमें शुरुआत में लगभग दो लाख रुपए से छह लाख रुपए प्रति वर्ष हो सकती है और एक्सपर्ट बनने पर और अधिक बढ़ सकती है।
4 फोटोग्राफी
फोटोग्राफी आर्ट और टेक्निकल स्किल्स का मिश्रण है। इस कोर्स के जरिए आप तस्वीरों की दुनिया में न सिर्फ हाथ आजमा सकते हैं, बल्कि एक प्रोफेशनल फोटोग्राफर बन सकते हैं। इसमें आपको टेक्निकल और क्रिएटिव दोनों ही पहलुओं पर काम करना होता है।
इन सबका ज्ञान जरूरी…
- कैमरा तकनीक
- लाइटिंग और फोटो शूटिंग
- एडिटिंग सॉफ्टवेयर
- वेडिंग, फूड फैशन फोटोग्राफी
सैलरी : इसमें शुरुआत में लगभग तीन लाख रुपए से दस लाख रुपए प्रति वर्ष हो सकती है और प्रोफेशनल फोटोग्राफर की सैलरी और भी बढ़ सकती है।
5 अर्बन ट्रेवल मैनेजमेंट
शहरों और टूरिस्ट्स के लिए यात्रा के नए तरीके तलाशने में यह कोर्स मददगार साबित हो सकता है। इसमें स्मार्ट ट्रेवल, सिटी टूरिज्म और पैसेंजर मैनेजमेंट पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
पढऩा होगा ये सब…
- ट्रेवल ऑपरेशन
- सिटी बेस्ड टूरिज्म
- ग्राहक सेवा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग
- स्मार्ट ट्रांसपोर्ट और सस्टेनेबल टूरिज्म
सैलरी : इसमें शुरुआत में लगभग चार लाख रुपए से आठ लाख रुपए प्रति वर्ष हो सकती है और फिर ये बढक़र 9-10 लाख रुपए तक हो भी सकती है।
6 इवेंट मैनेजमेंट
इवेंट मैनेजमेंट में हर तरह के इवेंट्स की प्लानिंग का मैनेजमेंट करना शामिल होता है। शादी, कॉरपोरेट इवेंट्स, म्यूजिक कंसर्ट्स और अन्य सोशल प्रोग्राम्स की सक्सेस सुनिश्चित करने में इस फील्ड्स के प्रोफेशनल की इम्पोर्टेन्ट रोल होता है।
ये तैयारी जरूरी…
- इवेंट प्लानिंग
- बजट और लॉजिस्टिक्स
- मार्केटिंग और इंसेंटिव
- टीम मैनेजमेंट और कस्टमर सर्विस
सैलरी: इसमें शुरुआत में लगभग दो लाख रुपए से चार लाख रुपए प्रति वर्ष हो सकती है और फिर ये बढक़र आठ लाख रुपए तक हो सकती है।
7 स्पोट्र्स मैनेजमेंट
यह कोर्स खेल के उद्योग से जुड़ी प्रमुख संरचनाओं, मार्केटिंग और प्रबंधन पर केंद्रित है। छात्रों को विभिन्न खेल आयोजनों और टीमों के प्रबंधन के बारे में सिखाया जाता है।
इनमें महारत अनिवार्य…
- खेल प्रबंधन और रणनीतियां
- स्पोट्र्स मार्केटिंग
- टीम निर्माण और नेतृत्व
- फिटनेस और स्वास्थ्य
सैलरी : इसमें शुरुआत में लगभग पांच लाख रुपए से 10 लाख रुपए प्रति वर्ष हो सकती है।