व्यूरो रिपोर्ट
पुलिस कांस्टेबल भर्ती के पेपर लीक मामले के तार अब राजनीति से भी जुड़ गए हैं। जांच के दौरान राजनीतिक दल से संबंध रखने वाले व्यक्ति का नाम सामने आया है। यह कांगड़ा जिले का रहने वाला बताया जा रहा है। अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
नेता जमानत के लिए भी प्रयास कर रहा है लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली है। जल्द ही विशेष जांच दल (एसआइटी) उससे पूछताछ कर सकता है। इस मामले में जांच से पुलिस की संलिप्तता भी सामने आ सकती है।
यह व्यक्ति किसके इशारे पर काम करता था, इसकी जांच भी की जाएगी। अभी तक पुलिस जांच में किसी नेता की संलिप्तता नहीं पाई गई थी।
प्रदेश सरकार ने पेपर लीक होने की भनक लगते ही परीक्षा को तत्काल प्रभाव से रद कर दिया था। अब सरकार यह जांच करवा रही है कि लापरवाही व षडयंत्र किस स्तर पर हुआ है। सरकार की जांच एजेंसियां शातिरों तक पहुंच रही हैं।
उत्तर नहीं रट पाए कई अभ्यर्थी
गिरोह के सदस्यों ने अभ्यर्थियों को परीक्षा में आने वाले प्रश्नों के उत्तर रटाए थे। लेकिन कई ऐसे थे, जो उत्तर सही से नहीं रट पाए। इस कारण मेरिट में नहीं आ पाए। जिन अभ्यर्थियों के अंक 60 या इससे कम आए हैं, वे भी मामले में शामिल हो सकते हैं।