ऊना – अमित शर्मा
अगर कोई सच्चे मन से मां की स्तुति करे, तो गूंगे भी बोलना शुरू कर देते हैं। देवभूमि में देवताओं के दर कई चमत्कार देखने को मिलते हैं। ऐसा ही एक चमत्कार हुआ है। मां चिंतपूर्णी के दर में, जहां एक भक्त, जो कि न सुन सकता था और न ही बोल पाता था, लेकिन मां चिंतपूर्णी के आशीर्वाद से उसने बोलना शुरू कर दिया।
जानकारी के अनुसार उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चिंतपूर्णी के दरबार में सोमवार देर शाम एक चमत्कार देखने को मिला। पंजाब से एक श्रद्धालु परिवार मां के दर्शन करने आया था। उनके साथ उनका 35 वर्ष का बेटा भी साथ था।परिवार के सदस्यों ने बताया कि जब उनका बेटा सात साल का था, तब उसे सुनाई देना और बोलना दोनों ही बंद हो गए थे।
वे आज से पहले भी कई बार मां के दरबार आए और हाजिरी भरी। यहां तक की डॉक्टर ने भी मना कर दिया था, लेकिन आज मां की कृपा से ऐसा चमत्कार हुआ कि हमारे परिवार में खुशियां ही खुशियां आ गईं और मां के दरबार में उनका बेटा बोलने लग पड़ा।
जब श्रद्धालु से बात की गई तो उसने बताया कि मैं दर्शन करके जैसे ही आगे निकल, तो पीछे से आवाज आई और मैं पीछे मुड़ा, तभी मंदिर के पुजारी ने मुझे माता जी का चरणामृत और चुन्नी दी और तभी मेरे कान में जोर-जोर से झुनझुन होना शुरू हो गई और मैं मां की कृपा से अब सुन भी पा रहा हूं और बोल भी पा रहा हूं। यह चमत्कार देखकर मंदिर में बैठे श्रदालु भी हैरान हो गए।