हिमखबर डेस्क
नेपाल में जारी हिंसा के बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। प्रदर्शनकारी लगातार उनके इस्तीफे के मांग कर रहे थे। केपी शर्मा को आर्मी चीफ जनरल अशोक राज सिगडेल ने कुर्सी छोड़ने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि इस्तीफे के बाद ही हालात सुधरेंगे।
नेपाल में सोशल मीडिया ऐप्स पर लगे बैन को लेकर Gen-Z विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के घर को आग के हवाले कर दिया था। देश के बिगड़े हालात के बीच राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने प्रधानमंत्री ओली के इस्तीफे को स्वीकार भी कर लिया है। ओली इस वक्त सुरक्षा के लिहाज से नेपाली आर्मी के साथ हैं।
बता दें कि केपी शर्मा ओली पहली बार 2015 में नेपाल के प्रधानमंत्री बने थे। वह अक्तूबर 2015 से अगस्त 2016 तक प्रधानमंत्री पद पर रहे। इसके बाद समर्थन खोने की वजह से उन्हें इस्तीफा देना पड़ गया। ओली दूसरी बार 2018 में प्रधानमंत्री बने। वे फरवरी 2018 से मई 2021 तक पद पर रहे। ओली को दोबारा भी इस्तीफा देना पड़ गया था। वे दूसरी बार 3 साल और 88 दिनों तक पद पर रहे। ओली तीसरी बार जुलाई 2024 से अगस्त 2025 तक पीएम रहे।
प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन के भीतर प्रवेश कर दोनों सदनों में आग लगा दी। पूरा संसद भवन अब प्रदर्शनकारियों के कब्जे में है। प्रदर्शनकारियों के डर के चलते मधेश प्रदेश के मुख्यमंत्री सतीश सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा मधेश, लुम्बिनी, गंडकी और सुदूर पश्चिम प्रदेश के कई मुख्यमंत्री दफ्तर प्रदर्शनकारियों के कब्जे में आ गए हैं। राजधानी और विभिन्न प्रदेशों में प्रदर्शनकारी पथराव और घेराव कर रहे हैं।