ज्वाली – शिबू ठाकुर
ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के साथ अनूही राजोल में खनन माफिया दिन रात खड्डों का सीना छलनी कर खुब चांदी कुट रहा है। अवैध रूप से नदियों व खड्डों का सीना छलनी करने से पर्यावरण को नुकसान हो रहा है।
तो वही माइनिंग अधिकारी मूक दर्शक बन के बैठा है। हालत ऐसे है कि माइनिंग अधिकारी को खनन माफिया के बारे में सुचना देने की कोशिश स्थानीय लोगो और पत्रकार द्वारा की जाती है पर माइनिंग अधिकारी उनका फ़ोन उठाना तक उचित नहीं समझता।
बुद्धिजीवियों का कहना है कि बरसात के दिनों में नदियां व खड्डें उफान पर है और यह साथ लगते गांवों अनूही राजोल को नुकसान पहुंचा रही है। यहां से पानी निकलकर खेतों, सड़कों, पुलों को नुकसान पहुंचाता है और एक बड़ी संपत्ति का नुकसान हर साल होता है।
बरसात के ये जख्म फिर ठीक नहीं होते, जिसमें अवैध रूप से खनन एक बड़ा कारण है। राज्य में अवैध खनन को रोकने का दंभ भरने वाली सरकार अपनी आंख पर काली पट्टी बांध कर बैठी है। वहीं काली पट्टी के पीछे खनन माफिया ने भी बर्बादी की कोई कसर नहीं छोड़ी है।
वहीं दूसरी और खुद दिन दिहाड़े पाॅप लाइन मशीन लगाकर धरती का सीना चीर रहे हैं और इसका नतीजा बारिश में हर गांव और क्षेत्र में देखने को मिल रहा है।
अधिकारी ने नहीं उठाया फ़ोन
जब इस बारे में नूरपुर स्थित माइनिंग इंस्पेक्टर लेख राज से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन उठाना उचित नहीं समझा।