नूरपुर, देवांश राजपूत
ठेहड पंचायत के स्थानीय निवासी बदहाल रास्ते से परेशान है।इनकी माने तो लगभग पच्चीस वर्षों से वो इस स्थिति से जूझ रहे है।कभी पहले पीने के पानी की समस्या थी जो पंद्रह साल बाद मिला।अब रास्ते की बात करें तो यह उन्होंने कभी बेहतर स्थिति में देखा ही नहीं।जहां आम लोगों के साथ स्कूल के छात्र -छात्राएं जाती है जो आये दिन कई बार उस खराब रास्ते के कारण गिरते है।
इनकी माने तो काफी साल पहले एक बार ये रास्ता बना था।उसके बाद किसी ने भी इस रास्ते की सुध नहीं ली।आठ नौ साल से इस रास्ते की हालत खस्ता ही है। जगह जगह इसके डंगे गिर चुके हैं। सारे गांव का पानी यहां आकर खड़ा हो जाता है।कोई नालियों का प्रबन्ध नहीं है। कोई स्वच्छता नहीं।कई बार शासन-प्रशासन जहां तक कि पंचायत को भी बताया पर किसी ने भी इस ओर ध्यान नही दिया।
आठ साल पहले तीस मीटर रास्ता जिला परिषद फंड से बना था पर पानी के उचित निकासी ना होने के कारण यह रास्ता जल्द ही जर्जर हाल हो गया।यहां से स्कूल के बच्चे जाते है।उन्होंने शासन-प्रशासन से यह गुहार लगाई है कि उनकी इस समस्या को प्राथमिकता के आधार पर हल करने का प्रयास किया जाए।
समाजसेवी पिंकी सहोत्रा ने कहा कि हमारी सभी लोगों से अपील है कि वह इस बार अपना वोट किसी जाति,धर्म विशेष को देख कर न दे बल्कि एक ऐसे प्रत्याशी को मतदान करें जो पंचायत के विकास और लोगों की समस्या के निवारण को लेकर संजीदा हो।