नूरपुर, देवांश राजपूत
नूरपुर को जिला बनाना मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता है और नूरपुर को जिला बनाने के बाद ही मैं चुनावों में वोट मांगने आऊंगा।यह कहना है वन, युवा सेवाएं एवम खेलमंत्री राकेश पठानिया का।
पठानिया ने आज गुरचाल पंचायत का दौरा करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने नूरपुर में एडिशनल एएसपी कार्यालय खुलवाया,जिला राजस्व कार्यालय खोलना,ट्रांसपोर्ट का जिला नूरपुर बनना उनकी देन है और नूरपुर को पूर्ण जिला का दर्जा भी वो चुनावों से पहले नूरपुर को दिलाएंगे।
गौरतलब है कि राकेश पठानिया नूरपुर को जिला बनाने की लड़ाई लंबे समय से लड़ते आ रहे है।विधायक रहते और पूर्व विधायक रहते वो जिला बनाने की लड़ाई हर मंच पर लड़ते आ रहे है।लेकिन इस बार परिस्थियां कुछ अलग है।
मौजूदा समय में वो केवल मंत्री ही नही अपितु एक कद्दावर मंत्री बनकर उभरे है और यह उन्होंने चाहे धर्मशाला उपचुनाव हो,पंचायती चुनावों में कांगड़ा और चम्बा जिला के प्रभारी के रूप में जिला परिषद पदों पर चेयरमैन और वाइस चेयरमैन बनाने की जिम्मेदारी हो वो इन सबमें कामयाब हुए है।
अभी हाल ही में नगर निगम चुनावों में उन्हें धर्मशाला का प्रभारी भी बनाया गया था और वहां भी उन्होंने अपनी काबिलियत साबित की।यही नहीं विधानसभा में भी जब जब विपक्ष सत्तापक्ष पर हावी होता है तो उस समय भी राकेश पठानिया संकटमोचन बनकर सरकार की ढाल बनते है।
ऐसे में सम्भव है कि मुख्यमंत्री राकेश पठानिया की इस मांग को स्वीकार करे।विधानसभा चुनावों में अगर वो नूरपुर को जिला बनाने में सफल हो जाते है तो यह उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि होगी जो चुनावों में उनके जीत के मार्ग को प्रशस्त करेगी।