सिरमौर- नरेश कुमार राधे
शहर की मशहूर सैरगाह विला राऊंड में व्यापक स्तर पर पेड़ों के कत्ल से हिमाचल प्रदेश वन विभाग के प्रधान मुख्य अरण्यपाल (PCCF) अजय श्रीवास्तव अनजान हैं। दरअसल, वो एक कार्यशाला में हिस्सा लेने पीसीसीएफ नाहन पहुंचे थे। हालांकि, वो शाम तक ही लौट गए, प्रधान मुख्य अरण्यपाल से फोन पर संपर्क हुआ। उनका कहना था कि इस मामले की जानकारी नहीं है।
शुक्रवार को इसका फीडबैक लेकर वो विस्तार से चर्चा कर सकते हैं। हैरान कर देने वाली बात यह है कि डीएफओ स्तर की जांच में इस बात की तस्दीक हो चुकी है कि वन संरक्षण अधिनियम 1980 (Forest Conservation Act 1980) का उल्लंघन हुआ है, लेकिन इस संगीन मामले की जानकारी पीसीसीएफ ने होने से इंकार किया है।
बेशक ही पेड़ों का व्यापक स्तर पर कटान निजी भूमि से हुआ है, लेकिन इस कथित गोलमाल में वन संरक्षण अधिनियम 1980 का खुलकर सरेआम उल्लंघन हुआ है। हैरान कर देने वाली बात ये है कि विभाग के अधिकारियों के सरकारी आवासों की नाक तले इस अवैध कटान को अंजाम दिया गया।
उधर, इस मामले में नाहन गौरव विकास संस्था के अध्यक्ष सुधीर रमौल ने उपायुक्त को भी एक पत्र लिखा है। रमौल ने उपायुक्त को अवगत करवाया कि मौजा शिवपुरी में जमकर अवैध कटान किया गया है। मामला, उजागर होने के बावजूद भी धड़ल्ले से कार्य जारी है। रमौल ने पत्र में हैरानी जताई कि शीर्ष अधिकारियों के संज्ञान में होने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही।
रमौल ने उपायुक्त से आग्रह किया कि वो इस गंभीर मामले में रूचि लेकर संबंधित कार्यालयों से रिपोर्ट तलब करें। रमौल ने कहा कि उपायुक्त को पत्र लिखे एक सप्ताह का समय हो चुका है, लेकिन कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही।