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नाहन, 18 जुलाई – नरेश कुमार राधे 

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विकास खंड की नेहलीधीड़ा पंचायत में 15 घर खतरे की जद में आ गए हैं। जलाल नदी के आर ‘पहाड़’ के भीतर हलचल बढ़ने से भूस्खलन हो रहा है।

पंचायत ने 15 घरों को खाली करवा लिया है। तकरीबन 60 लोगों को आसपास सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया है। गांव से 20 बकरियों के अलावा दो दर्जन से अधिक दुधारू व अन्य पशुओं को भी सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया है।

लगातार भूस्खलन के कारण घरों में दरारें पड़ गई हैं। यहां तक की पक्के मकानों के पिलर भी खिसक रहे हैं, जमीनें में दरारें पड़ रही हैं। साथ ही खेत धंस रहे हैं।

धंस रहे खेत

बता दें कि इलाके को ‘डेंजर जोन’ भी घोषित किया गया है। क्षेत्र में निर्माणाधीन घरों की दीवारें भी तिरछी हो गई हैें। हालांकि, भू गर्भ वैज्ञानिकों की राय नहीं मिली है, लेकिन मौके की तस्वीरें इस बात को प्रमाणित कर रही हैं कि यें घर अब रहने के लिए सुरक्षित नहीं हैं।

बताया जा रहा है कि मंगलवार को तहसीलदार द्वारा मौके का निरीक्षण किया जाना था, लेकिन चारों तरफ से सड़कों के अवरुद्ध होने के कारण प्रशासनिक टीम मौके पर नहीं पहुंच पाई।

पटवारी के स्तर पर मौके का निरीक्षण कर लिया गया है।बेघर हुए लोगों को आसपास के विद्यालयों व सरकारी भवनों में आश्रय देने पर भी विचार हो रहा है। फिलहाल ये लोग आसपास के इलाके में लोगों के घरों में ही ठहरे हुए हैं।

जानकार बताते हैं कि सोलन के शामती की तरह ही मलगांव में भी हालात पैदा हुए हैं। मंगलवार को पंचायत प्रधान सरिता देवी व उप प्रधान सिरमौर सिंह ने पटवारी के साथ मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया।

साथ ही लोगों व पशुओं को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया। पटवारी के स्तर पर प्रभावितों को 5-5 हजार रुपए की मुआवजा राशि प्रदान की जा रही है।

इसी बीच पंचायत प्रधान ने कहा कि तकरीबन 50 लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट कर दिया गया है। 15 के करीब घर खतरे में हैं। उन्होंने ये भी बताया कि इन घरों से करीब 100 मीटर ऊपर भी एक घर में दरार आई है।

उल्लेखनीय है कि ये गांव नाहन-श्री रेणुका जी मार्ग पर ठीक नीचे जलाल नदी से करीब 400 मीटर ऊपर है।

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