मुख्य गवाह राजकुमार पर जानलेवा हमला हुआ, नेहा की मौत के मामले में आरोपी पक्ष दबाव बना रहा है, पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
सोलन – रजनीश ठाकुर
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के नालागढ़ के रामपुर गांव में नवविवाहिता नेहा की मौत का मामला फिर से सुर्खियों में है।इस मामले में मुख्य गवाह राजकुमार पर जानलेवा हमला हुआ, जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। गवाह राजकुमार रामपुर गांव के रहने वाले हैं।
उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि नेहा हत्याकांड में उनकी गवाही को दबाने के लिए लगातार आरोपी पक्ष दबाव बना रहा है। इसी वजह से एक दर्जन से अधिक लोगों ने उन पर हमला किया, जिससे उनकी जान बाल-बाल बची।पीड़ित राजकुमार ने बताया कि बीते कुछ हफ्तों से आरोपी पक्ष उन्हें कोर्ट में गवाही न देने के लिए धमकियां दे रहा था।पहले भी मुझ पर हमले की कोशिश हो चुकी है।
राजकुमार ने बताया कि जब मैं नालागढ़ के एक ढाबे के पास पहुंचा, तो एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने मुझ पर जानलेवा हमला कर दिया। राजकुमार के अनुसार, ढाबे के मालिक और कर्मचारियों ने बीच-बचाव कर उनकी जान बचाई और हमलावरों को भगा दिया।
इस घटना के बाद राजकुमार ने तुरंत नालागढ़ की दभोटा पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने सभी हमलावरों के नाम उजागर किए और पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की। उधर, पुलिस ने इस मामले में विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने आरोपियों की पहचान की जा रही है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने यह भी आश्वासन दिया है कि राजकुमार और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
राजकुमार ने कहा, “नेहा के परिवार ने बहुत दुख झेला है। वह एक गरीब और शरीफ परिवार से थीं। मैं उनके लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ूंगा। चाहे मुझे कितना भी डराया-धमकाया जाए।”
उन्होंने बताया कि नेहा को उसके ससुराल वालों ने मानसिक और शारीरिक रूप से इतना प्रताड़ित किया कि उसने जहर खाने का कदम उठाया। राजकुमार ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की घटना का शिकार न हो।
नेहा की शादी फौजी से हुई थी
गौरतलब है कि अप्रैल माह में यह केस सामने आया था। पंजाब के आनंदपुर साहिब के झिंझरी गांव की बेटी नेहा की शादी नालागढ़ के फौजी जवान संजीव के साथ नवंबर 2024 में हुई थी। शादी के छह महीने बाद ही नेहा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
नेहा के ससुरालियों ने उसे दहेज के लिए उन्हें इतना प्रताड़ित किया कि उन्होंने जहर खाकर अपनी जान दे दी। नेहा को 19 अप्रैल 2025 को नेहा बेहोश मिली थी और फिर पीजीआई चंडीगढ़ में पांच दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद उसकी मृत्यु हो गई।
मामले में फौजी पति, सास, ससुर और एक अन्य रिश्तेदार पर दहेज उत्पीड़न और हत्या का आरोप लगाया गया। बाद में इस मामले में मर्डर की धाराएं जोड़ी गई थी।
वकील ने क्या बताया था
परिजनों के वकील ने हाईकोर्ट में कहा था कि परिजन नेहा को मीट, चिकन बनाने के लिए कहते थे, जबकि वह अमृतधारी सिख महिला थी, जो इन सब चीजों से दूर रहती थी। वकील ने कहा कि नेहा की दो ननंदे ने जबरन जहर पिलाया. पुलिस की भूमिका पर भी इस मामले पर सवाल उठ रहे हैं।
नेहा के लिए इंसाफ की मांग
नेहा की मौत के बाद उनके परिजनों और स्थानीय लोगों ने 24 अप्रैल करो नालागढ़ पुलिस थाने के बाहर और नेशनल हाईवे 105 पर शव रखकर प्रदर्शन किया था, जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष और त्वरित जांच की मांग की थी।
यह मामला हाईकोर्ट तक भी पहुंचा था और परिजनों ने याचिका दाखिल की थी। कोर्ट ने सीबीआई से भी मामले को लेकर हिमाचल पुलिस, डीजीपी, सीबीआई को नोटिस दिया था और 25 जून मामले की सुनवाई होगी।