शाहपुर – नितिश पठानियां
द्रोणाचार्य महाविद्यालय रैत में आज स्पोर्ट्स क्लब ऑफ द्रोणाचार्य के सौजन्य व रोट्रेक्ट क्लब व रोटरी क्लब के सहयोग से मेजर ध्यान चंद का जन्म दिवस राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया गया। जिसमे नरेश लगवाल अध्यक्ष रोटरी क्लब शाहपुर ने मुख्यतिथि तो महाविद्यालय के प्रबंधक निदेशक जीएस पठानियां व कार्यकारी निदेशक बीएस पठानियां ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की। मुख्यतिथि नरेश लगवाल ने बॉलीबाल उछाल कर खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया।
मुख्यतिथि नरेश लगवाल के बोल
मुख्यतिथि ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के तौर पर मनाया जाता है। बता दें कि इसी दिन भारतीय दिग्गज खिलाड़ी ध्यानचंद का जन्म हुआ था। मेजर ध्यानचंद को ‘हॉकी का जादूगर’ कहा जाता है।
ध्यानचंद ने 22 साल के करियर में करीब 400 से ज्यादा गोल किए थे। इस खिलाड़ी की याद में भारत सरकार में साल 2012 से ध्यानचंद के बर्थडे पर ‘राष्ट्रीय खेल दिवस’ मनाने की घोषणा की थी। साल 1956 में मेजर ध्यानचंद को देश के तीसरे सबसे पड़े सम्मान ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया गया था।
विशिष्ट अतिथि बीएस पठानियां के बोल
विशिष्ट अतिथि बीएस पठानियां ने बताया कि खेल हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं, जो हमारे शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करते हैं। खेल हमें अनुशासन, संघर्ष, और टीमवर्क की भावना सिखाते हैं।
खेलों के माध्यम से हम अपने शरीर को स्वस्थ और मजबूत बना सकते हैं। खेल हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते हैं और हमारे आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं।
ये रहे मुकाबलों के नतीजे
जिसमें वॉलीबाल, बास्केटबॉल व क्रिकेट प्रतियोगिताओं के अन्तर महाविद्यालय टीमों के मुकाबले करवाए गए। जिसमें बॉलीवाल में बीसीए फाइनल की टीम विजेता रही। बास्केटबॉल में बीबीए फाइनल की टीम विजेता रही। वहीं लड़कियों का क्रिकेट का मुकाबला भी करवाया गया। जिसमें बीबीए की टीम विजेता रही।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर महाविद्यालय के प्रबंधक निदेशक जीएस पठानियां व कार्यकारी निदेशक बीएस पठानियां, अश्वनी धीमान, पूर्व अध्यक्ष रोटरी क्लब शाहपुर, प्राचार्य डॉ प्रवीण शर्मा, विभागाध्यक्ष बीएड सुमित शर्मा, विभागाध्यक्ष बीबीए रजनीश, विभागाध्यक्ष बीसीए राजेश राणा, क्लब के संयोजक नंद किशोर, सहायक प्रवक्ता शरद वर्मा, अतुल राणा, अभिषेक शर्मा, सहित समस्त छात्र व शिक्षक मौजूद रहे।