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किन्नौर – एस पी क्यूलो मथास

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हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए देश के प्रथम मतदाता 106 वर्षीय श्‍याम सरन नेगी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। घर से मतपत्र से मतदान करने के दूसरे दिन श्‍याम सरन नेगी ने भी मतदान कर दिया।

श्‍याम सरन नेगी के मतदान के दौरान किन्‍नौर में चुनाव आयोग के अधिकारी भी मौजूद रहे। 80 वर्ष से अधिक के पात्र लोगों, दिव्यांगों को भी सुविधा प्रदान की गई है। चुनावी ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी भी डाक से मतदान कर सकेंगे।

इस तरह बने देश के पहले मतदाता

देश के आजाद होने के बाद 1952 में पहला लोकसभा चुनाव का आयोजन किया गया। लेकिन किन्‍नौर में भारी हिमपात के कारण पांच महीने पहले सितंबर 1951 में मतदान हो गया। श्‍याम सरन नेगी सेवानिवृत्‍त अध्‍यापक हैं। चुनाव के दौरान वह जिला किन्‍नौर के मूरंग स्‍कूल में तैनात थे।

इस दौरान उनकी ड्यूटी चुनाव में भी लगी थी। वह आजाद भारत में पहली बार मतदन के लिए काफी उत्‍साहित थे। चुनाव के लिए उनकी ड्यूटी किन्‍नौर के ही शौंगठोंग से मूरंग तक थी। उनका वोट कल्‍पा में था। उन्‍होंने निर्वाचन अधिकारी से सुबह वोट डालने के बाद ड्यूटी पर जाने की इजाजत मांगी।

वह सुबह मतदान स्‍थल पर पहुंच गए। उन्‍होंने जल्‍दी मतदान करवाने का आग्रह किया। जिस पर पोलिंग अधिकारी ने रजिस्‍टर खोलकर उन्‍हें पर्ची दी। नेगी ने सुबह सवा छह बजे मतदान किया। इस तरह मतदान करते ही वह देश के पहले मतदाता बन गए।

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