मंडी, 4 फरवरी- नरेश कुमार
अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेला मंडी-2022 को देव परंपरा के अनुरूप पूरे उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाएगा। जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने ने शुक्रवार को मंडी में आयोजन की आयोजन की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कोविड 19 की चुनौती के मद्देनजर मेले के आयोजन को लेकर बहुस्तरीय योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने जलेब समेत सभी आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल के अनुरूप व्यवस्था करने को कहा।
इस दौरान महेंद्र सिंह ठाकुर ने महोत्सव के सफल आयोजन को लेकर जनता से सक्रिय सहयोग की अपील की। उन्होंने आग्रह किया कि लोग मेले में अपना योगदान तय बनाएं और ये सोचें कि वे इसे और बेहतर बनाने में क्या सहयोग दे सकते हैं।
2, 5 और 8 मार्च को निकलेगी जलेब
महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि 2 से 8 मार्च तक मनाए जाने वाले इस मेले का शुभारम्भ मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर करेंगे। वे 2 मार्च को प्रथम जलेब की अगवानी करेंगे। मध्य जलेब 5 मार्च को निकाली जाएगी। तीसरी और अन्तिम जलेब में 8 मार्च को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर शामिल होंगे।
बैठक में आए सुझावों के दृष्टिगत महेंद्र सिंह ठाकुर ने इस बार सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन पड्डल की बजाय सेरी मंच पर करने के विकल्प पर भी विचार करने को कहा। जल शक्ति मंत्री ने महोत्सव में लोक संस्कृति को बढ़ावा देने पर जोर दिया और सांस्कृतिक संध्याओं में हिमाचली कलाकारों को अधिक अवसर प्रदान करने को कहा।
लकीर के फकीर न बनें, बेहतर बदलावों के लिए नया सोचें
जल शक्ति मंत्री ने मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए बेहतर बदलावों के लिए नई सोच के साथ आगे बढ़ने को कहा। उन्होंने कहा कि लकीर के फकीर न बनें, मेले में बेहतर बदलावों के लिए नया सोचें। उन्होंने शिवरात्रि महोत्सव के अंतरराष्ट्रीय स्वरूप को और निखारने के लिए भी अतिरिक्त प्रयास करने को कहा।
देव समाज के मान सम्मान पर बल
महेंद्र सिंह ठाकुर ने अधिकारियों को मेले में पधारने वाले देवी देवताओं, देवलुओं, कारदारों को बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिवरात्रि मेला देवी देवताओं का मेला है। इसमें आने वाले देव समाज का पूरा मान सम्मान सुनिश्चित करें। यह तय बनाएं कि उनके आदर-सत्कार, ठहरने, राशन और अलाव के लिए पर्याप्त लकड़ी सहित अन्य सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद हों। उन्होंने कहा कि वे देवताओं व देवलुओं को दी जाने वाली निधि में वृद्धि को लेकर मुख्यमंत्री को देव समाज के भावों से अवगत कराएंगे। निश्चित ही देव समाज के हितों के अनुरूप सुविधाएं बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
इससे पहले सर्व देवता समाज समिति के प्रधान शिवपाल शर्मा ने देवी देवताओं एवं देवलुओं की विभिन्न सुविधाओं में इजाफा करने का आग्रह करते हुए अपनी बातें रखीं। जिला राजस्व अधिकारी राजीव सांख्यान ने बताया कि प्रशासन की ओर से पंजीकृत 216 देवी देवताओं को मेले के लिए आमंत्रित किया जाता है और इनमें से अमूमन 190 देवी देवता मेले के लिए आते हैं।
और बेहतर हों खेल प्रतियोगिताओं
महेंद्र सिंह ठाकुर ने मेले में होने वाली खेल प्रतियोगिताओं के और बेहतर आयोजन पर बल दिया। बैठक में अन्य खेलों के साथ विशेषतौर पर वॉलीबॉल प्रतियोगिता को राष्ट्रीय स्तर का स्वरूप देकर प्रमुखता से आयोजित कराने का निर्णय लिया गया।
मंत्री ने पड्डल में लगाई जाने वाली विभागों की विकास प्रदर्शनी को लेकर भी निर्देश दिए। उन्होंने सरस मेले की तर्ज पर प्रदेश के विभिन्न जिलों के स्वयं सहायता समूहों के स्टॉल पड्डल में लगाने की व्यवस्था को भी कहा।
मंडी शिवरात्रि मेले के सफर को दर्शाती फोटो प्रदर्शनी बनेगी आकर्षण
उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने बैठक में बताया कि मेले के सफल आयोजन को लेकर विभिन्न उप समितियां गठित की गई हैं। सभी के सहयोग से मेले को अद्वितीय स्वरूप दिया जाएगा। मेले में लोगों को मास्क पहने रखने को प्रोत्साहित किया जाएगा और प्रशासन स्वयंसेवियों के जरिये लोगों को मास्क मुहैया भी कराएगा।
उन्होंने बताया कि मंडी शिवरात्रि मेले के सफर को दर्शाती फोटो प्रदर्शनी लोगों के लिए एक बड़ा आकर्षण होगी। इसमें शिवरात्रि मेले के आयोजन की पिछले 50 सालों की यात्रा को चित्रों के जरिए दिखाया जाएगा।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री ने शिवरात्रि मेले के दौरान विशेष यातायात प्लान को लेकर अपने सुझाव दिए।
उन्होंने खेल उप समिति के अध्यक्ष के नाते प्रतियोगिताओं के आयोजन की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित बनाने का भरोसा दिलाया। सहायक आयुक्त संजय कुमार ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया और मेले की आय व्यय एवं अन्य प्रबंधों का लेखा जोखा प्रस्तुत किया।
बैठक में नगर निगम की महापौर दीपाली जस्वाल, उपमहापौर वीरेंद्र भट्ट और सर्व देवता समाज समिति के प्रधान शिवपाल शर्मा सहित आम सभा के सरकारी व गैर सरकारी सदस्यों ने भी महोत्सव को सफल बनाने को लेकर अपने बहुमूल्य सुझाव दिए।